हरियाणा में डीसी ने सरपंच को किया सस्पेंडः फर्जी तरीके से निकाली थी पंचायत की राशि

नूंह जिले के पिनगवां खंड के गांव मुंडेटा से सरपंच द्वारा पंचों की सहमति के बिना पंचायत खाते से पैसे निकालने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि सरपंच यासर अराफात ने 3 बार में करीब 3 लाख की राशि बिना कोरम पूरा किए निकाल ली।
 
हरियाणा में डीसी ने सरपंच को किया सस्पेंडः फर्जी तरीके से निकाली थी पंचायत की राशि

नूंह जिले के पिनगवां खंड के गांव मुंडेटा से सरपंच द्वारा पंचों की सहमति के बिना पंचायत खाते से पैसे निकालने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि सरपंच यासर अराफात ने 3 बार में करीब 3 लाख की राशि बिना कोरम पूरा किए निकाल ली।

बिना कोरम पूरा किए निकाले पैसे
विकास एवं पंचायत विभाग के महानिदेशक को की गई शिकायत की जांच बीडीपीओ पिनगवां को सौंपी गई। जिसमें सरपंच द्वारा बिना कोरम पूरा किए पंचायत खाते से राशि निकालना सही पाया गया। जिसके आधार पर जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने सरपंच यासर अराफात को निलंबित कर दिया। मुबारिक पुत्र इस्लाम निवासी मुंडेटा द्वारा धोखाधड़ी कर निकाली गई राशि के संबंध में विकास एवं पंचायत विभाग के महानिदेशक को शिकायत की गई थी। जिसकी जांच बीडीपीओ पिनगवां को सौंपी गई।

3 बार में निकाली गई रकम
बीडीपीओ की जांच में पता चला कि सरपंच यासर अराफात ने वर्ष 2023 में 9 मार्च को 124,785 रुपये निकाले। उसके बाद 16 मार्च 2023 को 74,800 रुपये और 19 मार्च 2023 को 93,390 रुपये निकाले। 28 जून 2024 को पूर्व सरपंच की पंचायती राज अधिनियम 1994 की धारा 51 के तहत सुनवाई हुई। निजी सुनवाई के दौरान सरपंच तो मौजूद रहे, लेकिन ग्राम सचिव अनुपस्थित रहे।

डीसी ने की कार्रवाई

निजी सुनवाई के दौरान सरपंच यह साबित नहीं कर पाए कि उन्होंने सही तरीके से राशि निकाली है। जिसके बाद जिला उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने फर्जी तरीके से निकाली गई राशि का मामला सही पाए जाने पर मुंडेता के सरपंच यासर अराफात को निलंबित कर दिया है। वहीं, बीडीपीओ की ओर से ग्राम सचिव के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र भी लिखा गया है।

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बीडीपीओ ने दी जानकारी

इस मामले को लेकर बीडीपीओ सुरजीत सिंह ने बताया कि मुंडेता के सरपंच को पंचायत खाते से फर्जी तरीके से पैसे निकालने का दोषी पाए जाने पर जिला उपायुक्त ने निलंबित कर दिया है। साथ ही अगर ग्राम सचिव की संलिप्तता पाई जाती है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा गया है।

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