Haryana: हरियाणा के फरीदाबाद में दुष्कर्म और हत्या के मामले में युवक को फांसी की सजा

हरियाणा के फरीदाबाद में कोर्ट ने एक युवक को फांसी की सजा सुनाई है। दोषी मनोज नेपाल पर मानसिक दिव्यांग महिला के साथ पहले दुष्कर्म करने और फिर उसकी हत्या करने का आरोप था। मनोज ने हैवानियत की सारें हदें पार करते हुए पहले महिला का रेप किया और फिर उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली।
 
Haryana: हरियाणा के फरीदाबाद में दुष्कर्म और हत्या के मामले में युवक को फांसी की सजा

Haryana: हरियाणा के फरीदाबाद में कोर्ट ने एक युवक को फांसी की सजा सुनाई है। दोषी मनोज नेपाल पर मानसिक दिव्यांग महिला के साथ पहले दुष्कर्म करने और फिर उसकी हत्या करने का आरोप था। मनोज ने हैवानियत की सारें हदें पार करते हुए पहले महिला का रेप किया और फिर उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली। पुलिस को महिला का शव दयनीय हालत में एक खंडहर में मिला था। वारदात के बाद मनोज भागकर नेपाल चला गया था। घटना का कोई भी चश्मदीद गवाह नहीं था जिसके कारण दोषी 2022 से बच रहा था। हालांकि फोरेंसिक रिपोर्ट व दूसरे साक्ष्यों के आधार पर मनोज दोषी साबित हो गया है।

बाटा मेट्रो स्टेशन पर महिला से मिला था आरोपी
मानसिक दिव्यांग महिला के बारे में बताया गया है कि वह शादीशुदा थी और 8 नवंबर 2022 को पति को बिना बताए घर से निकल गई थी। महिला घर से निकली तो बाटा मेट्रो स्टेशन पर उसकी मुलाकात मनोज नेपाली से हुई। मनोज छीना झपटी के साथ साथ शराब पीने का भी आदि था। अपनी बातों में फंसा कर वो महिला को सेक्टर 7 इलाके में एक खंडहर जैसे पार्क में लेकर पहुंचा। जहां पर उसने ना केवल महिला के साथ दुष्कर्म किया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी और चुन्नी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।

अर्धनग्न हालत में मिला था शव
पुलिस को सेक्टर-7 के पास एक खंडहर में एक महिला का शव अर्धनग्न अवस्था में मिला था। महिला के गले से चुन्नी भी कसी हुई थी। साथ ही महिला के शव के पास एक वाइपर भी पड़ा हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने घटनास्थल पर मिले सारे साक्ष्य इकट्ठे किए। उस समय थाना सेक्टर 8 के SHO रहे दलबीर ने धारा 376 और 302 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी थी।

हरियाणा-राजस्थान सहित देश-विदेश की हर खबर सबसे पहले पाने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े 👇👇 ज्वाइन करें

सीसीटीवी के आधार पर हुई आरोपी की पहचान
पुलिस ने इस मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले। लेकिन पुलिस के हाथ सफलता उस दिन लगी जब दोषी मनोज नेपाली को उक्त महिला के साथ एक गुरुद्वारे के सामने से गुजरता हुआ देखा गया। पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर दोषी की पहचान कर ली। दोषी को ढूंढते हुए पुलिस को जानकारी मिली की वह भागकर नेपाल पहुंच गया है। जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने नेपाल से उसे गिरफ्तार किया।

गवाह नहीं थे लेकिन सीमन ने फंसाया
मामला कोर्ट में पहुंचा तो घटना का कोई भी चश्मदीद गवाह नहीं मिला। जिसकी वजह से मनोज बार बार बच रहा था हालांकि ​फोरेंसिक जांच में मनोज पकड़ गया। जांच में आरोपी मनोज नेपाली का सीमन महिला के कपड़ों पर मिला, जिसका डीएनए भी मैच हो गया था। बुधवार को सेशन जज उत्तम कुमार ने यह टिप्पणी देते हुए आरोपी को फांसी की सजा सुनाई कि "मानसिक दिव्यांग महिला के साथ किए गए दुष्कर्म और हत्या के जघन्य अपराध में आरोपी को माफ नहीं किया जा सकता"।

Tags

Around the web