Haryana Smart Meter: हरियाणा सरकार डिजिटल मीटरों से रोकेगी बिजली चोरी, 3 लाख घरों में लगेंगे खास रिचार्ज वाले स्मार्ट मीटर

देश की केंद्र सरकार रिवेम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) के तहत भारतीय की बिजली वितरण व्यवस्था में बड़ा बदलाव जल्द करने जा रही है और इसी योजना के तहत हरियाणा राज्य में भी प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाएं जाएंगे. मोदी सरकार में केंद्रीय उर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पहले चरण में हरियाणा के सरकारी कर्मचारियों के घर से इस योजना की शुरुआत की जाएगी. जबकि दूसरे चरण में राज्य के आम उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगाएं जाएंगे. जानकारी के लिए बता दे कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद मोबाइल की तरह ही बिजली मीटर को भी उपयोग के लिए रिचार्ज करना होगा.
उपभोक्ताओं को खरीदना होगा बिजली वाउचर या टोकन
इन सभी प्रीपेड बिजली मीटर का इस्तेमाल करने से पहले उसका भुगतान करने की एक अलग प्रणाली होगी. इसमें बिजली का इस्तेमाल करने के लिए उपभोक्ता को बिजली बाउचर या टोकन भी खरीदना होगा. इन वाउचर को बिजली के मीटर में डालकर बिजली आपूर्ति को चालू किया जा सकेगा.
बिजली वाउचर खत्म होने के बाद बिजली आपूर्ति को फिर से चालू करने के लिए सभी को नए वाउचर खरीदने होंगे. मोबाइल में जिस तरह वैल्यू पैक लेते हैं उसी तरह बिजली मीटर में जितना यूनिट चाहिए, उतना रिचार्ज कर सकेंगे. यूनिट पूरी होते ही बिजली अपने आप बंद हो जाएगी. इससे पहले दो से 3 अलर्ट मैसेज मोबाइल पर आएंगे.
इस योजना से बकाया नहीं रहेगा उपभोक्ताओं का बिल
इस योजना के लागू होने के बाद हर बिजली कनेक्शन के मीटर की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी ताकि बिजली चोरी पूरी तरह रोकी जा सके. स्मार्ट मीटर में खास बात यह है कि इसे मोबाइल की तरह रिचार्ज भी करना होगा, जितना रिचार्ज उपलब्ध होगा उतनी ही बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगी. इससे बिजली चोरी रोकने में भी मदद मिलेगी.इस तरह उपभोक्ताओं का बिल भी बकाया नहीं होगा. सबसे पहले प्रीपेड मीटर सरकारी महकमों में लगाए जाएंगे. फिर घरेलू व व्यवसायिक कनेक्शनों में प्रीपेड मीटर लगेंगे. आपको बता दे कि एग्रीकल्चर कनेक्शन को इस स्कीम में शामिल नहीं किया जाएगा.
बिजली कंपनी को सीधा मिलेगा सिग्नल
स्मार्ट मीटर में एक खास डिवाइस होगी, जो मोबाइल टावर से बिजली कंपनियों में लगने वाले रिसीवर तक सिग्नल को पहुंचाती है. इससे बिजली कंपनियां दफ्तर से मीटर की रीडिंग और निगरानी कर सकती हैं. ऐसा होने पर मीटर रीडिंग के लिए कर्मचारी भेजने की जरूरत भी नहीं रहेगी. साथ ही, रीडिंग लिखने में होने वाली गलती से भी निजात मिल जाएगी. मीटर के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ की जानकारी भी बिजली कंपनी को हाथों- हाथ मिल सकेगी.
मीटर की स्क्रीन पर दिखेगी खपत
बिजली के मीटर की स्क्रीन पर उपभोक्ता को मौजूदा बिजली, शेष बिल और खपत के बारे में पूरी जानकारी भी आसानी से मिलेगी. उपभोक्ता इसमें प्रीपेड भुगतान कर सकेंगे यानि जितना भुगतान भी किया जाएगा, उतनी ही बिजली मिलेगी. मोबाइल कंपनियों की तरह इनमें भी पैकेज होंगे. बिजली लोड बढ़ने पर मीटर में अलार्म बजेगा, जिससे उपभोक्ता को तुरंत जानकारी मिल जाएगी और वह बिजली खपत कम कर सकेगा.