सिरसा में गंगाजल देखकर नायब तहसीलदार ने दी रजिस्ट्री: डीड राइटर के जरिए मांग रहा था 10 हजार रूपये रिश्वत!

हरियाणा के सिरसा में जमीन की रजिस्ट्री के लिए डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांग रहे नायब तहसीलदार के सामने गंगाजल देखकर वह घबरा गया। जमीन मालिक के सामने अधिकारी रिश्वत लेने से मना कर रहा था, तो व्यक्ति ने गंगाजल लाकर अधिकारी की टेबल पर रख दिया और कसम खाने को कहा।
 
सिरसा में गंगाजल देखकर नायब तहसीलदार ने दी रजिस्ट्री: डीड राइटर के जरिए मांग रहा था 10 हजार रूपये रिश्वत!

हरियाणा के सिरसा में जमीन की रजिस्ट्री के लिए डीड राइटर के जरिए रिश्वत मांग रहे नायब तहसीलदार के सामने गंगाजल देखकर वह घबरा गया। जमीन मालिक के सामने अधिकारी रिश्वत लेने से मना कर रहा था, तो व्यक्ति ने गंगाजल लाकर अधिकारी की टेबल पर रख दिया और कसम खाने को कहा। इसके बाद अधिकारी ने तुरंत जमीन की रजिस्ट्री निकालकर व्यक्ति को दे दी। मामला सिरसा के डबवाली इलाके का है। पीड़ित का आरोप है कि उससे रिश्वत मांगी जा रही थी। जबकि, आरोपी का कहना है कि उसने कोई रिश्वत नहीं मांगी।

नायब तहसीलदार के नाम पर डीड राइटर ने मांगी रिश्वत
डबवाली निवासी दर्शन मोंगा ने बताया कि वह सब्जी बेचता है। उसके रिहायशी प्लॉट की रजिस्ट्री 7 जून को हुई थी। रजिस्ट्री की कॉपी लेने के लिए वह तहसील के चक्कर लगा रहा था। जब वह जमीन के डीड राइटर के पास गया तो उसने कहा कि उसे साहब को 10 हजार रुपये देने होंगे। इसके बाद ही रजिस्ट्री मिलेगी। साहब ने रजिस्ट्री अपने पास रख ली है।

इसके बाद दर्शन नायब तहसीलदार रणबीर सिंह के पास पहुंचा। उसने तहसीलदार से कहा कि वह रजिस्ट्री के लिए 10 हजार रुपये नहीं देगा। इस पर नायब तहसीलदार ने कहा कि वह रिश्वत नहीं मांग रहा है। साथ ही उसने कहा कि उसने किसी से सुविधा शुल्क नहीं मांगा। वह गंगाजल की कसम खा सकता है।

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गंगाजल देखकर अधिकारी ने काम किया

जब उससे कहा गया कि जब रिश्वत नहीं मांगी है तो रजिस्ट्री दे दो। इस पर अधिकारी ने आनाकानी की। इसके बाद 19 जून को दर्शन गंगाजल लेकर तहसील कार्यालय पहुंचा। उसने नायब तहसीलदार की टेबल पर गंगाजल रखकर कसम खाने को कहा। इससे नायब तहसीलदार हैरान हो गया। उसने संबंधित डीड राइटर और प्रॉपर्टी डीलर को बुलाया।

नायब तहसीलदार के बुलाने पर सामने आए प्रॉपर्टी डीलर ने बताया कि डीड राइटर ने कहा था कि साहब 10 हजार रुपये मांगते हैं। वहीं डीड राइटर ने मना कर दिया। इसके बाद नायब तहसीलदार ने गंगाजल की कसम तो नहीं खाई, लेकिन प्लॉट की रजिस्ट्री दे दी।

एसडीएम बोले- मामले की जांच कराई जाएगी

इस मुद्दे पर डबवाली के एसडीएम अभय सिंह जांगड़ा ने कहा कि डीड राइटर के पास जाने की जरूरत नहीं है। ऑनलाइन आवेदन भरकर रजिस्ट्री कराई जा सकती है। मैं इस सिस्टम की दोबारा जांच करा रहा हूं। मैं भी देखूंगा कि मामला क्या है।

दूसरी ओर नायब तहसीलदार रणबीर सिंह ने कहा कि मैंने किसी से कोई सुविधा शुल्क नहीं मांगा है। मैं खुद कहता हूं कि बिचौलियों से दूर रहें। जो व्यक्ति काम करवाने आता है उसका काम बिना किसी रुकावट के हो जाता है। रजिस्ट्री करवाने में किसी तरह की कोई परेशानी या देरी नहीं होती।

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