हरियाणा का ये एयरपोर्ट दुनियाभर में होगा मशहूर, बनेगा इंटीग्रेटेड एविएशन हब, यात्री विमानों के साथ-साथ उड़ेंगे मालवाहक विमान
हरियाणा के हिसार में बन रहे एयरपोर्ट को एकीकृत एविएशन हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इस काम में अमेरिकी व्यापार एवं विकास एजेंसी (यूएसटीडीए) भी मदद करेगी। हाल ही में यूएसटीडीए के निदेशक एनोह टी एबोंग ने अमेरिका के न्यूयॉर्क में आयोजित तीन दिवसीय यूएस-इंडिया एविएशन समिट में इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यूएसटीडीए ने हिसार एयरपोर्ट को एविएशन हब बनाने के लिए तकनीकी सहायता के लिए अनुदान राशि को मंजूरी दे दी है।
यात्री और मालवाहक विमानों की उड़ान
यात्री विमानों के साथ-साथ मालवाहक विमान भी हिसार एयरपोर्ट से उड़ान भरेंगे। तीन चरणों में बनने वाले इस एयरपोर्ट के निर्माण के दो चरण लगभग पूरे हो चुके हैं। एयरपोर्ट पर रनवे, कैट 1, एटीसी, लिंक टैक्सी, फ्यूल रूम और बेसिक बेसिक स्पिट पैरामीटर रोड का काम पूरा हो चुका है।
अगस्त से हिसार एयरपोर्ट से विमानों के उड़ान भरने की उम्मीद है। हरियाणा सरकार विधानसभा चुनाव से पहले इस एयरपोर्ट को चालू करना चाहती है, क्योंकि इस साल हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं।
आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क को मजबूत किया जाएगा
एकीकृत एविएशन हब बनाने का उद्देश्य भारत के आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क को मजबूत करना है। यूएसटीडीए के निदेशक एनोह टी एबोंग ने कहा, "मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि यूएसटीडीए ने हरियाणा राज्य के हिसार हवाई अड्डे पर एकीकृत विमानन केंद्र बनाने में मदद के लिए तकनीकी सहायता के लिए अनुदान निधि को मंजूरी दे दी है।"
हालांकि अनुदान राशि का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन इस कदम से हवाई अड्डे के माल और रसद बुनियादी ढांचे को विकसित करने में मदद मिलेगी जो भारत के आपूर्ति श्रृंखला नेटवर्क को मजबूत करेगा।
नए टर्मिनल भवन की योजना
हिसार हवाई अड्डे पर 37,970 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला एक नया टर्मिनल भवन बनाया जाएगा, जो एक साथ 1,000 यात्रियों को संभालने की क्षमता के साथ बनाया जाएगा। इसमें 3 एयरोब्रिज और 4 बैगेज क्लेम बेल्ट होंगे।
503.71 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली इस इमारत को बनाने के लिए दिसंबर 2023 में निविदाएं आमंत्रित की गई थीं। उम्मीद है कि अगस्त तक इस इमारत का काम शुरू हो सकता है।