हरियाणा में बिजली चोरी की जांच के दौरान विभाग की टीम पर ग्रामीणों का हमला, 7 बिजली कर्मचारियों को गंभीर चोटें, पढ़ें खबर
Haryana hindi News:हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के गांव मोड़ी के पास टोलवा की ढाणी में बिजली चोरी की जांच के लिए गई एक टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। इस हमले में दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN) के 7 कर्मचारियों को गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमलावरों ने न केवल कर्मचारियों को शारीरिक चोटें पहुँचाईं, बल्कि टीम की सरकारी गाड़ी के शीशे भी तोड़े और लाइनमैन का मोबाइल छीन लिया।
16 दिसंबर को बिजली चोरी पकड़ने के लिए DHBVN की टीम टोलवा की ढाणी में गई थी। जांच के दौरान सुनील, परमवीर, हरीश, ब्रह्म प्रकाश, लालाराम, और नरेश नामक ग्रामीणों ने लाठी-डंडों और लोहे की रॉड से टीम पर हमला किया। हमलावरों ने टीम की सरकारी गाड़ी पर पथराव किया और उसके शीशे तोड़ दिए। साथ ही, लाइनमैन राकेश कुमार का मोबाइल छीन लिया, जो घटना का वीडियो बना रहे थे। मोबाइल में बिजली चोरी के सबूत रिकॉर्ड किए गए थे, जिसे आरोपियों ने जबरदस्ती छीन लिया।आरोपियों ने टीम को धमकी दी कि यदि वे फिर से बिजली चोरी की जांच करने आए, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे, और जान से मारने की धमकी भी दी।
घायल कर्मचारियों की स्थिति
टीम में शामिल जेई आनंद, एएफएम राकेश, एएफएम संदीप, लाइनमैन संजय, एएलएम धर्मवीर और ड्राइवर वीरेंद्र को भी इस हमले में चोटें आई हैं। सभी घायल कर्मचारियों को तुरंत अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
जेई विजय कुमार ने स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। बिजली वितरण निगम ने इस घटना की निंदा करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसी घटनाएं कर्मचारियों के मनोबल को प्रभावित करती हैं और बिजली चोरी रोकने के अभियानों को नुकसान पहुँचाती हैं।
बिजली चोरी रोकने के प्रयासों में कर्मचारियों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस मामले में अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।