विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में डिसक्वालिफिकेशन पर की बात, कांग्रेस में शामिल होने के बाद पहली प्रतिक्रिया

Haryana: विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में डिसक्वालिफिकेशन पर तोड़ी चुप्पी, बीजेपी पर लगाए आरोप
पेरिस ओलंपिक में डिसक्वालिफिकेशन के बाद पहली बार विनेश फोगाट ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि पार्टी ने ओलिंपिक मेडल को देश का नहीं, बल्कि अपना अकेले का मेडल समझा। विनेश ने कहा कि डिस्क्वालिफाई होने के बाद मेरे पास कानूनी ऑप्शन था, इसकी जानकारी भारतीय डेलिगेशन ने नहीं, बल्कि उनके दोस्त ने दी। जिसके बाद उन्होंने केस किया। इनके वकील बाद में आए। उन्होंने कहा कि भारतीय दल ने उनकी कोई मदद नहीं की।
विनेश फोगाट को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। वह जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। बता दें कि विनेश ने पेरिस ओलिंपिक में रेसलिंग के 50 किलोग्राम विमेंस कैटेगरी में लगातार 3 मैच जीतकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की थी।
8 अगस्त को 2024 को फाइनल मुकाबला होना था, लेकिन मैच से पहले ओलिंपिक कमेटी ने विनेश का वजन 50 किलो से 100 ग्राम ज्यादा होने के की वजह से उन्हें डिसक्वालिफाई कर दिया था।
वह भारत के लिए गोल्ड लाने की दावेदार थीं। इसके बाद विनेश ने संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग को लेकर कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील भी की थी।
हालांकि, 14 अगस्त को उनकी अपील खारिज कर दी गई थी। विनेश का पक्ष भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की ओर से सीनियर वकील हरीश साल्वे ने रखा था। जिसके बाद विनेश को बिना मेडल के ही भारत लौटना पड़ा।