हरियाणा में नर्सिंग अधिकारियों के लिए खुशखबरी: अब होगी पसंदीदा जगह पर पोस्टिंग

हरियाणा सरकार ने नर्सिंग अधिकारियों के लिए एक नई ट्रांसफर पॉलिसी लागू की है, जिसके तहत अब नर्सिंग अधिकारी अपनी पसंद के विभाग में ट्रांसफर के लिए आवेदन कर सकेंगे। यह फैसला लगभग 1400 नर्सिंग अधिकारियों के लिए राहत की खबर है। इससे नर्सिंग स्टाफ की संतुष्टि बढ़ेगी और मरीजों को बेहतर सेवा मिल सकेगी।
 
हरियाणा में नर्सिंग अधिकारियों के लिए खुशखबरी: अब होगी पसंदीदा जगह पर पोस्टिंग

हरियाणा में नर्सिंग अधिकारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने नर्सिंग अधिकारियों के स्थानांतरण के लिए एक नई नीति लागू की है, जिसके तहत अब नर्सिंग अधिकारी अपनी पसंद के विभाग में ट्रांसफर के लिए आवेदन कर सकेंगे। यह फैसला लगभग 1400 नर्सिंग अधिकारियों के लिए राहत की खबर है।

पहले की स्थिति:

इससे पहले, नर्सिंग अधिकारियों का स्थानांतरण विभागीय जरूरतों के आधार पर होता था। नतीजतन, कई बार नर्सिंग अधिकारियों को अपनी पसंद का विभाग नहीं मिल पाता था। यह प्रक्रिया न केवल नर्सिंग अधिकारियों के लिए निराशाजनक थी, बल्कि यह स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को भी प्रभावित कर रही थी।

नई ट्रांसफर पॉलिसी की मुख्य विशेषताएं:

  • वार्षिक ट्रांसफर अभियान: अब हर साल एक ट्रांसफर अभियान चलाया जाएगा।
  • वरीयता के आधार पर ट्रांसफर: नर्सिंग अधिकारी अपनी पसंद के विभागों को प्राथमिकता दे सकेंगे और योग्यता के आधार पर उन्हें ट्रांसफर किया जाएगा।
  • विभागों का वर्गीकरण: विभागों को बड़ी और छोटी इकाइयों में बांटा जाएगा।
  • अंक प्रदान करना: आयु, विशेष श्रेणियों (विधवा, तलाकशुदा, अविवाहित) और दिव्यांगता की स्थिति में अधिकतम 80 अंक दिए जाएंगे।
  • न्यूनतम तीन साल: एक जोन में तीन साल पूरे करने के बाद ही नर्सिंग अधिकारी ट्रांसफर के लिए पात्र होंगे।
  • पारदर्शी प्रक्रिया: यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी और सभी को समान अवसर मिलेगा।

पॉलिसी के लाभ:

  • नर्सिंग स्टाफ की संतुष्टि: इस पॉलिसी से नर्सिंग स्टाफ को अपनी पसंद का काम करने का मौका मिलेगा, जिससे उनकी नौकरी में संतुष्टि बढ़ेगी।
  • मरीजों की बेहतर सेवा: खुश और संतुष्ट नर्सिंग स्टाफ मरीजों को बेहतर सेवा प्रदान कर सकता है।
  • प्रक्रिया में पारदर्शिता: इस पॉलिसी से ट्रांसफर की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी और भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी।
  • नर्सिंग संघ की मांग पूरी हुई: यह पॉलिसी नर्सिंग अधिकारियों के संघ की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करती है।

क्यों है यह पॉलिसी महत्वपूर्ण?

यह पॉलिसी न केवल नर्सिंग अधिकारियों के लिए बल्कि पूरे स्वास्थ्य सेवा सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण है। इससे न केवल नर्सिंग स्टाफ की संतुष्टि बढ़ेगी, बल्कि मरीजों को भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी। यह पॉलिसी अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण बन सकती है।

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कब से लागू होगी पॉलिसी?

यह पॉलिसी जनवरी 2025 से लागू की जाएगी।

अधिक जानकारी के लिए आप पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।

इस पॉलिसी से जुड़े कुछ प्रश्न और उनके उत्तर:

  • क्या सभी नर्सिंग अधिकारी इस पॉलिसी का लाभ उठा सकते हैं?
    • जी हां, यह पॉलिसी सभी पात्र नर्सिंग अधिकारियों के लिए लागू होगी।
  • क्या इस पॉलिसी से किसी प्रकार की फीस ली जाएगी?
    • नहीं, इस पॉलिसी का लाभ उठाने के लिए किसी प्रकार की फीस नहीं ली जाएगी।
  • क्या इस पॉलिसी से विभागों में काम का बोझ बढ़ जाएगा?
    • नहीं, यह पॉलिसी विभागों में काम के बोझ को बढ़ाने के बजाय उसे संतुलित करेगी।
  • क्या इस पॉलिसी से मरीजों की देखभाल पर कोई असर पड़ेगा?
    • नहीं, बल्कि इस पॉलिसी से मरीजों की देखभाल में सुधार होगा क्योंकि संतुष्ट नर्सिंग स्टाफ मरीजों को बेहतर सेवा प्रदान कर सकता है।

निष्कर्ष:

यह नई पॉलिसी हरियाणा में नर्सिंग सेवाओं में एक नया अध्याय शुरू करने वाली है। यह पॉलिसी न केवल नर्सिंग अधिकारियों के लिए बल्कि पूरे स्वास्थ्य सेवा सिस्टम के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

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