IAS Smita Sabharwal: देश की खूबसूरत आईएएस अफसर, 23 साल की उम्र में बनीं आईएएस, सीएम ऑफिस में मिली नियुक्ति
Jan 3, 2024, 11:21 IST

IAS Smita Sabharwal: 12वीं बोर्ड परीक्षा के टॉपर
स्मिता सभरवाल का जन्म 19 जून 1977 को दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल में हुआ था। उनके पिता सेवानिवृत्त सेना अधिकारी कर्नल प्रणब दास हैं। उनकी मां का नाम पूरबी दास है। पिता की सेना की नौकरी के कारण स्मिता का पालन-पोषण अलग-अलग शहरों में हुआ। Also Read: Treatment yellowing leaves wheat: गेहूं की पत्तियों में मुड़कर पीलापन आने की समस्या से अब पाएं छुटकारा, जानें कैसे IAS Smita Sabharwal: सेवानिवृत्ति के बाद वह हैदराबाद में बस गये। स्मिता ने अपनी स्कूली शिक्षा वहीं की। वह 12वीं क्लास में आईएससी टॉपर थीं। फिर उन्होंने कॉमर्स स्ट्रीम से ग्रेजुएशन किया।IAS Smita Sabharwal: 23 साल की उम्र में आईएएस अधिकारी बन गए
हम यहां जिस महिला अधिकारी के बारे में बात करेंगे उन्हें पीपुल्स ऑफिसर कहा जाता है। वह महज 23 साल की उम्र में आईएएस बन गईं। उनका नाम स्मिता सभरवाल है। स्मिता सभरवाल ने एक आईएएस अधिकारी के रूप में अपने अनुकरणीय कार्य के लिए कई प्रशंसाएँ अर्जित की हैं। वह देशभर के आईएएस अभ्यर्थियों के लिए एक प्रेरणा हैं। स्मित 2000 बैच के आईएएस टॉपर हैं। उन्होंने चौथी रैंक हासिल की थी. Also Read: Trending: 18 वर्ष की लड़की ने 60 साल के शख्स को बनाया अपना बॉयफ्रेंड, शेयर की तस्वीरेंIAS Smita Sabharwal: दूसरे प्रयास में चौथी रैंक मिली
स्मिता सभरवाल (IAS स्मिता सभरवाल) अपने पहले प्रयास में प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाईं। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और दोगुनी मेहनत से तैयारी की. साल 2000 में वह अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास करने वाली सबसे कम उम्र की छात्रा बनीं. इसमें उन्होंने ऑल इंडिया लेवल पर चौथी रैंक (स्मिता सभरवाल रैंक) हासिल की थी। Also Read: Darmik: नेपाल में भगवान राम की ससुराल से 25 लोगों को मिला निमंत्रण, प्राण प्रतिष्ठा के दिन मनाई जाएगी होली-दिवाली IAS Smita Sabharwal: स्मिता सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी कर्नल पीके दास और पूरबी दास की बेटी हैं। मूल रूप से दार्जिलिंग की रहने वाली स्मिता ने कक्षा नौ से हैदराबाद में पढ़ाई की। उन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई सेंट एन्स, मेरेडपल्ली, हैदराबाद से पूरी की। वह अपनी बारहवीं कक्षा (आईसीएसई बोर्ड) में प्रथम स्थान पर रहे।