लाखों की सैलरी के लिए एमबीए इन फाइनेंस एक अच्छा विकल्प
एमबीए (मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) और एमसीए (मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन) दोनों पोस्टग्रेजुएट कोर्स हैं, लेकिन इनमें कुछ मुख्य अंतर हैं
कोर्स का उद्देश्य और अवधि
- एमबीए: यह कोर्स व्यवसाय प्रबंधन में विशेषज्ञता प्रदान करता है, जिसमें वित्त, मार्केटिंग, मानव संसाधन आदि शामिल हैं। इसकी अवधि आमतौर पर 2 वर्ष होती है
- एमसीए: यह कोर्स कंप्यूटर एप्लीकेशन और सॉफ्टवेयर विकास में विशेषज्ञता प्रदान करता है। इसकी अवधि आमतौर पर 2-3 वर्ष होती है.
पात्रता और प्रवेश प्रक्रिया
- एमबीए: उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। प्रवेश प्रक्रिया में एंट्रेंस एग्जाम (जैसे कैट, मैट) और पर्सनल इंट्रव्यू शामिल होते हैं ¹.
- एमसीए: उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए, जिसमें गणित और कंप्यूटर विज्ञान शामिल हों। प्रवेश प्रक्रिया में एंट्रेंस एग्जाम (जैसे एनआईटीईटी) और पर्सनल इंट्रव्यू शामिल होते हैं.
करियर की संभावनाएं और सैलरी
- एमबीए: एमबीए करने के बाद आप विभिन्न क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं, जैसे कि बैंकिंग, फाइनेंस, मार्केटिंग आदि। औसत सैलरी 20-25 लाख तक हो सकती है
- एमसीए: एमसीए करने के बाद आप सॉफ्टवेयर विकास, आईटी आदि क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं। औसत सैलरी 15-20 लाख तक हो सकती है.
अगर आप लाखों की सैलरी के लिए कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो एमबीए इन फाइनेंस एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जिसमें औसत सैलरी 20-25 लाख तक हो सकती है