UPSC Success Story: नौकरी छूटी, 5 बार यूपीएससी परीक्षा में असफल हुए, नहीं हारी हिम्मत, पढ़ें 4 IAS अफसरों की कहानी
अंतिम प्रयास में IAS: यूपीएससी परीक्षा दुनिया की तीसरी सबसे कठिन परीक्षा है। कुछ उम्मीदवार इसे अपने पहले प्रयास में पास कर लेते हैं, लेकिन कुछ को अधिकारी बनने में कई साल लग जाते हैं। हमारे पास टीना अंबानी, शाह फैसल जैसे कई आईएएस अधिकारियों के उदाहरण हैं, जिन्होंने अपने पहले प्रयास में यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास की। इनमें से हमारे पास कुछ ऐसे उदाहरण भी हैं, जिन्होंने लगातार 5 असफल प्रयासों के बाद भी हिम्मत नहीं हारी और छठे में सफल होकर आईएएस अधिकारी बने। इन अधिकारियों ने यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए एक खास मिसाल कायम की है।
प्रियंका गोयल आईएएस:
आईएएस प्रियंका गोयल नई दिल्ली की रहने वाली हैं। बीकॉम की डिग्री मिलने के तुरंत बाद उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। यूपीएससी परीक्षा का उनका सफर मुश्किलों से भरा रहा। पहले प्रयास में प्रियंका गोयल प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाईं, दूसरे में वे 0.7 अंकों से कट-ऑफ लिस्ट में जगह बनाने से चूक गईं, तीसरे में वे यूपीएससी मेन्स परीक्षा में फेल हो गईं, चौथे में वे सीसैट में पिछड़ गईं, पांचवें में कोविड काल में उनकी मां के 80% फेफड़े खराब हो गए। इसमें भी वे प्रीलिम्स में फेल हो गईं। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्होंने यूपीएससी परीक्षा 2022 में 369वीं रैंक के साथ सफलता हासिल की।
मोहित गुप्ता आईएएस:
मोहित गुप्ता ने अपने आखिरी प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की थी। वह यूपीएससी उम्मीदवारों को परीक्षा की तैयारी के साथ-साथ करियर के लिए प्लान बी बनाने की सलाह देते हैं। उन्होंने इंटरव्यू में बताया कि एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई करने से विषयों की गहन जानकारी हासिल की जा सकती है। वह इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से थे। 2017 में यूपीएससी परीक्षा के पहले प्रयास में वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाए थे। दूसरे में वह सिर्फ 2 अंकों से कटऑफ लिस्ट से चूक गए, तीसरे में वह मेन्स में फेल हो गए, चौथे में वह 13 अंकों से इंटरव्यू से चूक गए, पांचवें में भी कुछ ऐसा ही हुआ। फिर छठे में वह 195वीं रैंक के साथ आईएएस अधिकारी बन गए।
रुहानी आईएएस रैंक:
आईएएस रुहानी हरियाणा के गुरुग्राम की रहने वाली हैं। उन्होंने भारतीय आर्थिक सेवा के तहत नीति आयोग में 2 साल तक सरकारी नौकरी की है। सरकारी शिक्षक की बेटी रुहानी फिलहाल आईपीएस ट्रेनिंग में व्यस्त हैं। लेकिन उनका सफर यहीं खत्म नहीं होता। रूहानी ने सेंट स्टीफंस कॉलेज से बीए ऑनर्स (अर्थशास्त्र) किया। फिर उन्होंने इग्नू से अर्थशास्त्र में मास्टर्स किया। रूहानी आईएएस अधिकारी बनना चाहती थीं। इसीलिए दो बार सिविल सेवा में चयनित होने के बावजूद उन्होंने एक और प्रयास किया। आखिरकार वह 5वीं रैंक के साथ आईएएस अधिकारी बनीं। पहले उनकी रैंक 159 थी।
आकृति सेठी आईएएस:
आकृति सेठी हरियाणा के अंबाला की रहने वाली हैं। उन्होंने 10वीं और 12वीं में अपने स्कूल में टॉप किया था। उन्होंने दिल्ली से अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन और मास्टर्स किया है। अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए उन्होंने 3 साल से अधिक समय तक प्राइवेट नौकरी की। इसमें वह 60 हजार रुपये महीने तक कमा लेती थीं। 2017 और 2018 में यूपीएससी परीक्षा के पहले और दूसरे प्रयास में वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाई थीं। एक प्रयास में वह सिर्फ 2 अंकों से असफल रहीं। आखिरकार उन्होंने यूपीएससी 2022 में 249वीं रैंक के साथ आईएएस अधिकारी बनने का सपना पूरा किया।