मानसून के दौरान होने वाली बीमारियों से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय, बारिश का आपकी सेहत पर नहीं पड़ेगा असर

बारिश के मौसम में होने वाले रोग
त्वचा रोग
बारिश में व्यक्ति को चर्म रोग हो सकता है। इस मौसम में घमौरी, फोड़े-फुंसी आदि होना सामान्य बात है। त्वचा संबंधी ये बीमारियां फंगल इंफेक्शन होती हैं, जो नमी की वजह से समस्या खड़ी कर देती हैं। ऐसे में अक्सर लोगों को बारिश में खुजली, लाल त्वचा और जलन होती है।
मानसून में त्वचा का ख्याल - फोटो : istock
बचाव- मानसून में त्वचा संबंधी रोग की समस्या से बचाव के लिए बारिश में भीगने पर तुरंत कपड़े बदल लेने चाहिए। अधिक देर बारिश में भीगने पर त्वचा में नमी के कारण बीमारी होती है, इसलिए कपड़े बदलने से साथ ही त्वचा को अच्छे से सुखा लें। वहीं साफ सुथरे रहें।
पेट की समस्या
बारिश के मौसम में अक्सर लोगों का पेट खराब हो जाता है। बरसात में पाचन क्रिया कमजोर हो सकती है, जिसके कारण पेट की समस्या हो जाती है। मानसून में डायरिया, उल्टी और दस्त होना आम बात है।
बचाव- मानसून में खान पान का विशेष ख्याल रखें। हल्का भोजन करें और बाहर का गलत खाने से बचें। खाने के बाद टहलने की आदत डालें ताकि भोजन पच सके।
मलेरिया और डेंगू
बारिश में डेंगू और मलेरिया के मामले सबसे अधिक बढ़ जाते हैं। तेज बारिश होने से जगह जगह बारिश का पानी जमा हो जाता है। इस गंदे पानी से मच्छर फैलते हैं जो डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां फैलाते हैं। डेंगू में ब्लड प्लेटलेट काउंट तेजी से कम होने से मरीज के लिए जान का जोखिम बढ़ जाता है
बचाव- इन बीमारियों से बचाव के लिए बारिश के पानी को भरने न दें। साफ सफाई रखें। मच्छर भगाने की दवाइयों का इस्तेमाल करें।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्ट्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सुझाव के आधार पर तैयार किया गया है।
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