his death: सुकरात ने अपनी मृत्यु से पहले क्या कहा था अगर आप जानेंगे तो दंग रह जाएंगे
Feb 8, 2024, 07:40 IST
his death: प्राचीन काल में यूनान में एक महान दार्शनिक हुए सुकरात। देवताओं पर विश्वास नहीं करने, युवाओं को भड़काने जैसे आरोपों में उन्हें मौत की सजा सुनाई गई थी। उनके लिए जहर तैयार किया जा रहा था। सूर्यास्त से पहले जहर देने का आदेश था। दोपहर ढल चुकी थी और शाम होने को थी। जो सैनिक उनके लिए जहर तैयार कर रहा था, उसके पास जाकर सुकरात ने कहा, 'विलंब क्यों कर रहे हो, जरा जल्दी करो।' सैनिक चकित होकर बोला, 'आप क्या कह रहें हैं! मैं तो जान-बूझकर धीरे-धीरे कर रहा हूं।' सुकरात ने कहा, 'अपने कर्तव्य का पालन करने में ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए।' उनकी बातें सुन वहीं बैठे कुछ शिष्य रो पड़े। Also Read: Aaj ka Panchang 07 February 2024: आज है प्रदोष व्रत, जानें शुभ मुहूर्त पूजा विधि his death: एक दिन: '¿क्या आप जानते हैं?' आप सभी के लिए प्रिय हैं। टोडाविया हाय टाइम्पो. हमारे पास जो कारसेल है वह बेचा गया है। यहां तक कि जब तक मैं आपसे संपर्क नहीं कर लेता, तब तक आप इसे प्राप्त कर सकते हैं। सुकरात ने अपने शिष्यों को एक शिष्य के रूप में प्रस्तुत किया और अपने शिष्यों से कहा: 'क्या आप पोल्वो के बारे में चिंतित हैं? मिस पेन्सामिएंटोस सिएमप्रे एस्टारन कॉन्टिगो। पोर एल बिएन डे एस्टे क्यूरपो, ¿डेबेरिया हुइर कोमो लैड्रोन्स वाई परमानेसर एस्कोन्डिडो? इस विदा का फल न खोएं, मेरे लिए कष्ट का फल ही न मिले। Also Read: Pradhan Mantri Ujjwala Yojana 2.0: एलपीजी सिलेंडर पर 450 रुपये की सब्सिडी मिलेगी his death his death: एक ने कहा, 'आप हम लोगों के साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं? आपका जीवन हम सबके लिए कीमती है। अब भी वक्त है। जेल के सारे सिपाही हमारे साथ हैं। हम सब आपको यहां से लेकर सुरक्षित जगह चले चलते हैं।' सुकरात ने पहले रोते हुए शिष्यों को झिड़का, फिर अन्य शिष्यों से बोले ' तुम लोग इस मिट्टी की देह के लिए क्यों इतने परेशान हो? मेरे विचार तो हमेशा तुम्हारे साथ रहेंगे। इस देह के लिए मैं चोरों की तरह भाग जाऊं और छिपकर रहूं? मैंने इस जीवन का बहुत आनंद लिया, अब मैं मृत्यु का आनंद लेना चाहता हूं।'