Bharat Mala Project: देश की रोड कनेक्टिविटी को नई दिशा देने का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट
Bharat Mala Project: भारतमाला परियोजना: देश की रोड कनेक्टिविटी को नई दिशा देने का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट भारत सरकार द्वारा शुरू की गई भारतमाला परियोजना देश की रोड कनेक्टिविटी को नई दिशा देने का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य देश में बेहतर रोड कनेक्टिविटी के लिए हाईवे और इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाना है, जिससे देश की आर्थिक विकास में तेजी आएगी।
भारतमाला परियोजना की शुरुआत 2017 में हुई थी, और इसके तहत लगभग 65,000 किलोमीटर नेशनल हाईवे का निर्माण 2 चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में कुल 34,800 किलोमीटर सड़कों का विकास किया जा रहा है। इस परियोजना पर लगभग 5.35 लाख करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
इस परियोजना के तहत देश के 550 जिलों को कम से कम 4 लेन हाईवे के साथ जोड़ा जाएगा। देशभर में हाईवे नेटवर्क के 50 कॉरिडोर विकसित किए जाएंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग के माध्यम से माल ढुलाई को 70 से 80 फीसदी तक बढ़ाया जाएगा।
भारतमाला परियोजना के तहत कई राज्यों में सड़कों का निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिनमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और मिजोरम शामिल हैं। इस परियोजना के तहत कई एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जारी है, जिनमें दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे, वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे, दिल्ली-फरीदाबाद-सोहना एक्सप्रेसवे, अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे, बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे, कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे शामिल हैं।
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, राष्ट्रीय राजमार्ग एव औद्योगिक विकास निगम और राज्यों के लोक निर्माण विभाग इस परियोजना को साकार करने के लिए जिम्मेदार हैं। भारतमाला परियोजना से देश की आर्थिक विकास में तेजी आएगी, और लोगों को बेहतर रोड कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा। इस परियोजना से देश की सड़कों का नक्शा बदल जाएगा, और लोगों की यात्रा आसान और सुरक्षित हो जाएगी।