Haryana: हरियाणा में चुनाव से पहले JJP को एक और बड़ा झटका, इस विधायक ने दिया इस्तीफा, होंगे इस पार्टी में शामिल
Haryana: हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को लगातार झटके मिल रहे हैं। अब जेजेपी विधायक रामकरण काला उन्हें एक और झटका देने जा रहे हैं। वे अपने समर्थकों के साथ दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होंगे। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सांसद दीपेंद्र हुड्डा उन्हें कांग्रेस पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे। जेजेपी विधायक काला अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं। वे दिल्ली में पूर्व सीएम के आवास पर कांग्रेस की सदस्यता लेंगे।
उनके दोनों बेटे पहले ही कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर सिर्फ उनके इरादे की घोषणा का इंतजार था जो अब हो गया है। काला ने कहा है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कई विकास कार्य किए हैं और जो अधूरे हैं और जिन पर काम चल रहा है, उन्हें पूरा करने के लिए वे कृतसंकल्प हैं।
किरण का समर्थन करने वाले जेजेपी विधायक विधायक पद छोड़ेंगे दूसरी ओर, हरियाणा विधानसभा के सूत्रों ने दावा किया है कि विधानसभा चुनाव से पहले जेजेपी को बड़ा झटका लगने वाला है। जेजेपी के चार विधायक दोपहर में इस्तीफा देने जा रहे हैं। इनमें जोगी राम सिहाग, अनूप धानक, रामनिवास सुरजाखेड़ा और रामकुमार गौतम के नाम शामिल हैं। इन चारों विधायकों ने राज्यसभा सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार किरण चौधरी का समर्थन किया है।
4 जेजेपी विधायकों ने पार्टी छोड़ी
पूर्व श्रम मंत्री अनूप धानक के इस्तीफे के बाद शनिवार 17 अगस्त को 3 और विधायकों ने पार्टी छोड़ दी। इनमें शाहबाद सीट से विधायक रामकरण काला, गुहला चीका सीट से विधायक ईश्वर सिंह और टोहाना सीट से विधायक देवेंद्र बबली शामिल हैं। चौटाला को लिखे पत्र में विधायक ईश्वर और रामकरण ने अपने इस्तीफे के लिए निजी कारणों का हवाला दिया है।
इस तरह 24 घंटे में जेजेपी के 4 विधायकों ने पार्टी छोड़ दी है। रामकरण, ईश्वर और देवेंद्र कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। अनूप धानक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, इन अटकलों पर उनका बयान अभी तक सामने नहीं आया है।
जेजेपी के साथ सिर्फ 3 विधायक
लोकसभा चुनाव तक जेजेपी के पास 10 विधायक थे। पार्टी से 4 विधायकों के इस्तीफे के बाद अब 6 बचे हैं, जिनमें से 3 रामनिवास सुरजाखेड़ा, जोगीराम सिहाग और रामकुमार गौतम भी पार्टी से दूरी बनाए हुए हैं। फिलहाल उचाना से विधायक दुष्यंत चौटाला, बाढड़ा से विधायक उनकी मां नैना चौटाला और जुलाना से विधायक अमरजीत ढांडा ही जेजेपी के साथ हैं।
गठबंधन टूटने के बाद विधायकों में टूट शुरू हो गई
2019 के विधानसभा चुनाव में जेजेपी ने 10 सीटें जीती थीं। बहुमत से चूकी बीजेपी ने जेजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। उस दौरान मनोहर लाल को मुख्यमंत्री और दुष्यंत चौटाला को डिप्टी सीएम बनाया गया था। जेजेपी कोटे से अनूप धानक श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री और देवेंद्र बबली पंचायत मंत्री बने थे।
2024 में लोकसभा चुनाव से पहले सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों का गठबंधन टूट गया था। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह भी इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। जेजेपी विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और विधायक जोगीराम सिहाग भी भाजपा के कार्यक्रमों में नजर आए। इसके बाद जेजेपी ने दोनों विधायकों को नोटिस जारी किया। साथ ही उनकी सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के पास याचिका दायर की। याचिका पर अभी फैसला नहीं आया है।