Haryana: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीख में बदलाव पर आज होगा फैसला, 7- 8 अक्टूबर तक होने की संभावना
Haryana: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने पर आज फैसला हो सकता है। इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने दिल्ली में बैठक बुलाई है। जिसमें सभी बिंदुओं पर चर्चा के बाद नई तारीख का ऐलान किया जा सकता है।
बीजेपी और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने चुनाव आयोग को पत्र भेजकर बिश्नोई समुदाय के अवकाश और धार्मिक कार्यक्रमों का हवाला देते हुए तारीख बदलने की मांग की थी।
संभावना है कि चुनाव आयोग हरियाणा में 1 अक्टूबर की जगह 7 या 8 अक्टूबर को मतदान करवा सकता है। अगर ऐसा होता है तो जम्मू-कश्मीर में मतगणना की तारीख भी बदल सकती है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में मतगणना की तारीख 4 अक्टूबर तय की गई है।
बीजेपी, इनेलो और बिश्नोई महासभा की ओर से तारीख बदलने की मांग
1. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली
बीते 25 अक्टूबर को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने चुनाव आयोग को पत्र भेजा था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि 28 और 29 सितंबर को शनिवार-रविवार है। 1 अक्टूबर को मतदान होगा, जबकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टियां हैं। इतनी लंबी छुट्टियों में मतदाता घूमने निकलेंगे। इससे मतदान कम हो सकता है।
2. इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला
इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने 1 अक्टूबर को मतदान की तिथि बढ़ाने की भाजपा की मांग का समर्थन करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में लिखा कि आमतौर पर लोग सप्ताहांत में छुट्टियों पर चले जाते हैं, इसलिए इसका मतदान पर निश्चित रूप से असर पड़ेगा।
इसके अलावा चुनाव की तैयारियों के साथ-साथ चुनाव के लिए कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर भी प्रतिकूल असर पड़ेगा। हरियाणा में मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने और मतदान प्रतिशत को अधिकतम करने के लिए मतदान की तिथि/दिन को एक या दो सप्ताह आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
3. अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने भी चुनाव की तिथि बदलने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया ने कहा कि 1 अक्टूबर को राजस्थान के बीकानेर में बड़ा मेला लगेगा। इसमें बड़ी संख्या में बिश्नोई समाज के श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में चुनाव की तिथि बदली जानी चाहिए।
कांग्रेस-जेजेपी चुनाव की तिथि बदलने के खिलाफ
1. हरियाणा कांग्रेस ने कहा- बीजेपी को हार का डर
हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने कहा कि बीजेपी में मुख्यमंत्री से लेकर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तक कोई भी हार से अछूता नहीं है। उनका मुख्यमंत्री अपने बूथ और विधानसभा में हार गया। उनके पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनखड़ चुनाव हार गए। यहां तक कि सुभाष बराला भी चुनाव हार गए। इसीलिए बीजेपी छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालना चाहती है
2. दुष्यंत चौटाला ने कहा- बीजेपी का जनाधार गिरा
हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि राज्य में समय से पहले मतदान की घोषणा से बीजेपी बुरी तरह डर गई है और इसी के चलते बीजेपी मतदान की तिथि आगे बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग के दरबार में पहुंची।
बिश्नोई समाज का 11 विधानसभा क्षेत्रों में प्रभाव
बिश्नोई समाज की वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार भिवानी, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद जिलों में बिश्नोई बाहुल्य गांव हैं। इनका प्रभाव करीब 11 विधानसभा क्षेत्रों में है। जिसमें करीब डेढ़ लाख वोट हैं। इसमें आदमपुर, उकलाना, नलवा, हिसार, बरवाला, फतेहाबाद, टोहाना, सिरसा, डबवाली, ऐलनाबाद, लोहारू विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।
कब और कहां बदली तारीख, वहां क्या थी वजह?
राजस्थान: राजस्थान में साल 2023 के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां चुनाव आयोग ने 23 नवंबर को एक चरण में चुनाव कराने की घोषणा की थी, लेकिन इस दिन बड़े पैमाने पर शादी समारोह होने के कारण आयोग ने इसे बदलकर 25 नवंबर कर दिया था।
मिजोरम: यहां आयोग ने चुनाव मतगणना की तारीख बदल दी थी। पहले यहां 3 दिसंबर को मतगणना होनी थी, लेकिन बाद में इसे बदलकर 4 अक्टूबर कर दिया गया। इसकी वजह यह थी कि यह दिन यहां के ईसाइयों के लिए पवित्र दिन था। मतगणना की तारीख बदलने को लेकर सभी राजनीतिक दल भी एकमत थे। इसके बाद आयोग ने यह तारीख बदल दी।
सिक्किम-अरुणाचल प्रदेश: इन दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख बदल दी गई। आयोग ने यहां मतगणना की तारीख 4 जून से बदलकर 2 जून कर दी थी।