Haryana : हरियाणा के CM ने गृह मंत्री अमित शाह से की मुलाकात, ये रही वजह
Feb 2, 2024, 17:04 IST
Haryana : दिल्ली में दो दिनों तक प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंथन के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरुवार देर शाम गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और राज्य की सभी 10 लोकसभा सीटें जीतने की रणनीति पर मुहर लगा दी. इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी अमित शाह के आवास पर पहुंचे. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दोनों शीर्ष नेताओं के सामने 10 लोकसभा सीटें जीतने का रोडमैप पेश किया. आपको बता दें, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी बुधवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टेलीफोन पर आश्वासन दिया था कि वह राज्य की सभी 10 सीटें जीतेंगे. Haryana : इसके बाद मुख्यमंत्री ने बुधवार देर रात तक नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में प्रदेश भाजपा कोर ग्रुप के एक छोटे दल के साथ मंथन किया और लोकसभा चुनाव जीतने की तैयारियों का रोडमैप तैयार किया. Also Read: Animal Husbandry: पशु आवास की लम्बाई उत्तर-दक्षिण दिशा में रखें, पशुओं को बाधा होगी।
Haryana : इस बैठक में मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नायब सैनी, प्रदेश भाजपा संगठन मंत्री और महासचिव भी मौजूद रहे. इसके बाद गुरुवार को दिनभर प्रदेशाध्यक्ष नायब सैनी ने हरियाणा भवन में पिछड़ा वर्ग मोर्चा और अनुसूचित जाति मोर्चा के पदाधिकारियों के साथ चुनावी तैयारियों को लेकर बैठक की. देर शाम प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी और प्रदेश संगठन मंत्री व महासचिव ने प्रदेश प्रभारी बिप्लब कुमार देब के साथ यह रणनीति साझा की. प्रदेश भाजपा ने 30 जनवरी को सभी 10 लोकसभा क्षेत्रों में एक साथ 10 चुनाव कार्यालयों का भी उद्घाटन किया था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंबाला में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया था। Haryana : वहीं प्रदेश प्रभारी बिप्लब कुमार देब ने फरीदाबाद में चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया. इस मौके पर भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्य की सभी 10 सीटें जीतने का दावा किया था और कहा था कि पार्टी ने राज्य में चुनाव अभियान शुरू कर दिया है. Also Read: Vegetable farming: जानिए खीरे की फसल को वायरस से बचाने के उपाय, किसान करें ये काम
दिल्ली में टिकट लेने वालों की भीड़ जुटने लगी है मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत प्रदेश अध्यक्ष नायब सैनी ने साफ कर दिया है कि लोकसभा चुनाव में टिकट किसे मिलेगा, इसका फैसला पार्टी संसदीय बोर्ड करेगा। लेकिन जिस उम्मीदवार के पास बीजेपी का टिकट होगा वह भारी बहुमत से चुनाव जीतेगा. इसके बावजूद दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों की भीड़ उमड़ पड़ी.