शाह के दौरे के बाद हरियाणा कांग्रेस विधायक पर छापेमारीः हुड्डा के करीबी पर इतने करोड़ के बैंक घोटाले मामले में हुई कार्रवाई

हरियाणा के कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी राव दान सिंह के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। ईडी की टीम गुरुवार सुबह राव दान सिंह के भाई राव रामकुमार के शंकर कॉलोनी स्थित घर और रेवाड़ी रोड स्थित फार्म हाउस पर पहुंची।
 
शाह के दौरे के बाद हरियाणा कांग्रेस विधायक पर छापेमारीः हुड्डा के करीबी पर इतने करोड़ के बैंक घोटाले मामले में हुई कार्रवाई

हरियाणा के कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी राव दान सिंह के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। ईडी की टीम गुरुवार सुबह राव दान सिंह के भाई राव रामकुमार के शंकर कॉलोनी स्थित घर और रेवाड़ी रोड स्थित फार्म हाउस पर पहुंची।

दोनों जगहों पर सुरक्षा बल तैनात रहे। किसी को भी आने-जाने की इजाजत नहीं दी गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुग्राम ईडी की टीम ने मेसर्स एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड के 1392 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले के सिलसिले में यह छापेमारी की है। टीम ने 5 शहरों में 15 ठिकानों पर दस्तावेज खंगाले।

हालांकि ईडी या विधायक राव दान सिंह की ओर से अभी तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है। यह संयोग ही है कि अभी 2 दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह महेंद्रगढ़ में पिछड़ा वर्ग सम्मान सम्मेलन में पहुंचे थे। यहां उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा था कि पाई-पाई का हिसाब लेकर आया हूं। राव दान सिंह इसी सीट से विधायक हैं। सीएम नायब ने कहा- छापेमारी ईडी का मामला है, मेरा नहीं

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कांग्रेस नेता राव दान सिंह के घर पर ईडी की छापेमारी पर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि यह ईडी कानून उनका क्षेत्र है, ईडी कहां छापेमारी करती है, यह उनका मामला है, मेरा नहीं।

नायब सिंह सैनी ने कहा कि इंजन मजबूत है, और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हरियाणा तीसरी बार मजबूती के साथ अपनी सरकार बना रहा है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, दोनों एक हैं और दोनों झूठ बोलते हैं, झूठ के सहारे काम करते हैं

एक महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सिफारिश पर राव दान सिंह को कांग्रेस के टिकट पर भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ाया गया था। हालांकि दान सिंह यह चुनाव हार गए थे। जबकि इस सीट पर पूर्व मंत्री किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी दावेदार थीं। श्रुति का टिकट कटने से किरण नाराज हो गईं और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गईं।

लोन न चुकाने का आरोप

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी की टीम ने पीएमएलए के तहत महेंद्रगढ़ विधायक राव दान सिंह, मेसर्स एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड (एएसएल) अक्षत सिंह और प्रमोटर मोहिंदर अग्रवाल व गौरव अग्रवाल के दिल्ली, गुड़गांव, महेंद्रगढ़, बहादुरगढ़ और जमशेदपुर समेत कुल 15 ठिकानों पर तलाशी ली। राव दान सिंह के बेटे के खिलाफ गुरुग्राम में 11 हजार करोड़ का केस दर्ज है। इस केस में 24 जुलाई को गुरुग्राम कोर्ट में सुनवाई होनी है।

साल 2022 में सीबीआई ने कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसके बाद ईडी ने जांच शुरू की। पता चला कि विधायक राव दान सिंह के परिवार और उनकी कंपनियों ने मेसर्स एलाइड स्ट्रिप्स लिमिटेड से भारी लोन लिया और उसे कभी वापस नहीं किया।

को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले में भी आया था नाम

राव दान सिंह का परिवार आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले में शामिल था। वर्ष 2019 में ईडी की जयपुर शाखा ने इस केस को अपने हाथ में लिया था। हरियाणा के रेवाड़ी के अलावा महेंद्रगढ़ और नारनौल में खरीदी गई जमीन में एक कंपनी का नाम सामने आया था। ईडी ने राहुल मोदी, मुकेश मोदी, प्रियंका मोदी, आदर्श ग्रुप के कई पदाधिकारियों, आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड और 6 राज्यों के करीब 125 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें आरोपी बनाया था।

इनमें एक नाम महेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक राव दान सिंह के बेटे अक्षत राव का भी था। राव दान सिंह ने कहा था- मामला खत्म हो चुका है। लोकसभा चुनाव के दौरान राव दान सिंह को घोटाले में अक्षत राव की भूमिका के बारे में बताया गया था कि यह मामला खत्म हो चुका है। उनका या उनके परिवार के किसी सदस्य का इस घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। ईडी ने हमें जांच में इसलिए शामिल किया क्योंकि एक कंपनी के नाम से आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव घोटाले में छोटी सी एंट्री की गई थी।

हमारा कोई मामला नहीं बनता। क्या है आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाला? आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी (ACCS) एक पोंजी स्कीम है। इसके डायरेक्टर मुकेश मोदी और राहुल मोदी थे। इसका मुख्यालय अहमदाबाद में है। ईडी अधिकारियों के अनुसार मुकेश मोदी और उसके परिवार के सदस्य 20 लाख से अधिक जमाकर्ताओं को चूना लगाकर पोंजी स्कीम चला रहे थे। इन लोगों ने कई राज्यों में हजारों लोगों को ठगा और उनसे लाखों-करोड़ों रुपए निवेश करवाए।

लोगों को बाजार से अधिक ब्याज दर का झांसा देकर लालच दिया। इससे लोग इनके जाल में फंसते चले गए। बाद में मुकेश मोदी, राहुल मोदी और उनके परिवार के सदस्यों ने स्कीम से सारा पैसा निकाल लिया और उससे प्रॉपर्टी खरीद ली। इनमें से ज्यादातर प्रॉपर्टी राजस्थान और हरियाणा में खरीदी गई। पूर्व सीएम हुड्डा के करीबी राव दान सिंह महेंद्रगढ़ से 4 बार विधायक रह चुके राव दान सिंह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सबसे करीबी लोगों में से एक हैं।

इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा में दाखिल हुई तो पूर्व सीएम हुड्डा ने इस यात्रा की पूरी कमान राव दान सिंह को सौंप दी। दान सिंह तत्कालीन हुड्डा सरकार में एक बहुत ही भारी भरकम मंत्रालय में सीपीएस भी रह चुके हैं। उनके बेटे अक्षत राव हरियाणा में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। अक्षत राव वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह के दामाद हैं।

राजनीतिक सूत्रों के अनुसार मौजूदा विधायक होने के बावजूद राव नरबीर सिंह अपनी सीट हार गए।।। राव दान सिंह के पास कैश, बैक, एलआईसीटी, आभूषण और स्मारक शामिल हैं। चुनाव के समय आधे नाम में राव दान सिंह ने अपनी वार्षिकी 2,25,83,147 रुपये और पत्नी की आय 2,51,49,901 रुपये दिखाई थी। वहीं कृषि, आवासीय और व्यावसायिक भवन की कीमत जमीन की कीमत 5,27,50,000 और पत्नी के नाम 8 करोड़ की जमीन निकली थी। राव दान सिंह की गिनती हरियाणा के अमीर नेताओं में है।

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