Haryana Election: कांग्रेस के इन मौजूदा विधायकों का होगा सफाया, इनको मिलेगा मौका
Haryana: प्रदेश के पहलवान और अन्य खिलाड़ी राजनीति के मैदान में उतरने को तैयार हैं। इनमें से कई अपनी पिछली हार से सबक लेकर टिकट के लिए मजबूत दावेदारी कर रहे हैं, जबकि कई नए चेहरे हैं जो खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद राजनीति में बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं।
बड़ौदा से ओलंपियन योगेश्वर दत्त, गोहाना से तीर्थराणा, चरखी दादरी से बबीता फोगाट अपनी हार को भूलकर पांच साल से जनता के बीच हैं। चारों इस विधानसभा चुनाव में भी टिकट मांग रहे हैं। बॉक्सर विजेंदर सिंह भी टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट को चुनावी मैदान में उतारने की रणनीति बनाई जा रही है।
योगेश्वर दत्त ने डीएसपी पद से इस्तीफा दिया था
विनेश फोगाट की भूपेंद्र हुड्डा से मुलाकात के मायने निकाले जा रहे हैं। ओलंपियन योगेश्वर दत्त ने हरियाणा सरकार में डीएसपी के पद से इस्तीफा देकर 2019 में बरोदा विधानसभा क्षेत्र से राजनीति के मैदान में कदम रखा था, लेकिन उन्हें कांग्रेस के दिग्गज श्री कृष्ण हुड्डा के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था। वहीं, 2020 में श्री कृष्ण हुड्डा के निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के नए खिलाड़ी इंदुराज नरवाल ने ओलंपियन को हराकर विधानसभा में सीट हासिल की थी। बॉक्सर विजेंदर सिंह भाजपा से मांग रहे टिकट योगेश्वर दत्त अभी भी टिकट मांग रहे हैं।
वहीं, गोहाना में पहलवान तीर्थ राणा कांग्रेस के दिग्गज जगबीर मलिक से हार गए थे। बाद में तीर्थ को भाजपा का जिला अध्यक्ष बना दिया गया था। वहीं, चरखी दादरी से पिछले चुनाव में पहलवान बबीता फोगट को निर्दलीय सोमवीर सांगवान के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था। वह तीसरे स्थान पर रहीं थीं। वह वहां से फिर से टिकट मांग रही हैं। दिल्ली से लोकसभा चुनाव हार चुके बॉक्सर विजेंदर अब भाजपा से टिकट मांग रहे हैं। भारतीय कबड्डी टीम के स्टार खिलाड़ी दीपक निवास हुड्डा रोहतक की महम विधानसभा सीट से भाजपा से टिकट मांग रहे हैं।
ये खिलाड़ी भी मांग रहे हैं टिकट राष्ट्रीय स्तर की बास्केटबॉल खिलाड़ी राधा अहलावत भी यहां से चुनाव लड़ रही हैं। दीपक निवास हुड्डा की बॉक्सर पत्नी स्वीटी बोरा और पर्वतारोही अनीता कुंडू भी हिसार की बरवाला सीट से टिकट के लिए दावेदारी कर रही हैं। वहीं राष्ट्रीय स्तर के पहलवान मुकेश शर्मा गुड़गांव विधानसभा सीट से भाजपा से टिकट मांग रहे हैं। उन्हें 2014 के चुनाव में 40 हजार वोट मिले थे। मंत्री संदीप सिंह पर छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाली महिला कोच भी टिकट की दौड़ में हैं। राजनीति में भी चौके-छक्के लगाते थे बीरेंद्र सिंह उचाना कलां विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रह चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री राजनीति की तरह क्रिकेट में भी चौके-छक्के लगाते थे।
अब उनकी उम्र 78 साल हो गई है, लेकिन स्कूल के दिनों में वे खूब क्रिकेट खेला करते थे। उन्होंने रोहतक के गवर्नमेंट कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। उस दौरान उन्होंने क्रिकेट भी खूब खेला। 1964-67 में वे जिला क्रिकेट टीम के कप्तान रहे। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से लॉ की पढ़ाई की और इस दौरान वे खेलों में भी सक्रिय रहे। 1969-70 तक वे यूनिवर्सिटी टीम में क्रिकेट खेलते रहे। 1977 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर उचाना कलां से विधायक बने।
पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति ने 25 रणजी ट्रॉफी मैच खेले हैं पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा अपने समय में क्रिकेट के बड़े खिलाड़ी हुआ करते थे। उन्होंने पंजाब और हरियाणा के लिए 25 रणजी ट्रॉफी मैच खेले। बाद में जब वे क्रिकेट के मैदान से राजनीति के मैदान में उतरे तो यहां भी वे पहले प्रयास में ही असफल हो गए। कृष्णमूर्ति हुड्डा का क्रिकेट करियर 1965 से 1976 तक रहा। इस दौरान उन्होंने तीन शतक भी लगाए। उन्होंने हरियाणा की ओर से खेलते हुए इंदौर में मध्य प्रदेश के खिलाफ शतक लगाया था।
यह क्वार्टर फाइनल का काफी अहम मैच था। कृष्णमूर्ति हुड्डा ने बताया कि उन्हें रणजी ट्रॉफी मैच खेलने के लिए बीसीसीआई से पेंशन भी मिलती है। वे क्रिकेट की दुनिया से राजनीति में आए। 1991 में उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर किलोई विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और विधायक व सरकार में मंत्री बने। अब तक ये खिलाड़ी पहुंच चुके हैं विधानसभा हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह ने खेलों में देश का नाम रोशन किया।
वे चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे, लेकिन महिला कोच की प्रताड़ना के कारण उन्हें अपनी सीट गंवानी पड़ी। रोहट विधानसभा क्षेत्र से कबड्डी खिलाड़ी सुखबीर फरमाणा विधानसभा पहुंचे। बजरंग, विनेश व साक्षी को मैदान में उतारने की तैयारी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना देने वाले पहलवान अब राजनीति के मैदान में उतर सकते हैं। ओलंपिक में स्वर्ण पदक से चूकने वाली विनेश फोगाट की पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा से मुलाकात के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। ओलंपियन बजरंग पुनिया व कुश्ती से संन्यास ले चुकी साक्षी मलिक को चुनाव में उतारने की रणनीति बनाई जा रही है।