Haryana: हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह बने भाजपा सरकार के लिए सिरदर्द, कट सकती है विधानसभा की टिकट

केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में खेल मंत्री रहे संदीप सिंह से भाजपा दूरी बनाएगी। जूनियर महिला कोच यौन उत्पीड़न मामले में उन पर आरोप तय होने के बाद भाजपा नेतृत्व ऐसा करेगा।
 
Haryana: हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह बने भाजपा सरकार के लिए सिरदर्द,  कट सकती है विधानसभा की टिकट

Haryana: केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में खेल मंत्री रहे संदीप सिंह से भाजपा दूरी बनाएगी। जूनियर महिला कोच यौन उत्पीड़न मामले में उन पर आरोप तय होने के बाद भाजपा BJP नेतृत्व ऐसा करेगा। संदीप सिंह वर्तमान में पिहोवा विधानसभा से विधायक हैं, वे पहली बार भाजपा के टिकट पर यहां से जीते हैं।

हालांकि, जब कोच ने उन पर आरोप लगाए थे, तब पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर Manohar Lal Khattar ने उनका बचाव किया था और विपक्षी दलों के विरोध के बाद भी उनका इस्तीफा नहीं लिया था। हालांकि बाद में उन्होंने खेल विभाग अपने पास ही रखा, लेकिन संदीप सिंह मंत्री पद पर बने रहे।

सीएम सैनी ने पहले ही किनारा कर लिया था पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को हटाने के बाद जब नायब सैनी मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने संदीप सिंह को अपने मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी।

इससे पहले हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे ओपी धनखड़ ने भी संदीप सिंह के संगठन की बैठकों में शामिल होने पर रोक लगा दी थी।

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अभी भी संदीप सिंह Sandeep Singh भाजपा में अलग-थलग पड़े हुए हैं। वह पार्टी के कार्यक्रमों में नजर नहीं आ रहे हैं, हालांकि वह अपने विधानसभा क्षेत्र पिहोवा Pehowa MLA में लोगों के बीच जाकर यह संदेश दे रहे हैं कि विधानसभा चुनाव में भाजपा उन्हें ही उम्मीदवार बनाएगी।

पिहोवा में पहली बार कमल खिला

संदीप सिंह हॉकी के खेल में अपने प्रदर्शन के दम पर खूब सुर्खियां बटोर चुके हैं। इसी के दम पर भाजपा ने उन्हें पिहोवा विधानसभा से मैदान में उतारा था।

संदीप सिंह ने पहली बार पिहोवा में कमल भी खिलाया। इससे पहले भाजपा इस क्षेत्र से कभी नहीं जीती थी। संदीप सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी मनदीप सिंह चट्ठा को 5314 वोटों से हराया।

उन्हें करीब 34 फीसदी वोट मिले। पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद पूर्व सीएम मनोहर लाल ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया और खेल विभाग दिया।

अब यहां पढ़ें कि भाजपा संदीप सिंह से दूरी क्यों बनाएगी...

विधानसभा चुनाव में विपक्ष इसे मुद्दा न बना पाए

प्रदेश में दो-ढाई महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में विपक्षी दल खासकर कांग्रेस संदीप सिंह को लेकर इसे मुद्दा न बना पाएं, इसलिए भाजपा संदीप सिंह से दूरी बनाएगी। महिला कोच के आरोपों के दौरान भी विपक्षी दलों ने पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर की सरकार पर जमकर हमला बोला था, विधानसभा सत्र के दौरान भी विपक्षी दलों ने खूब हंगामा किया था, कांग्रेस ने तो इस्तीफे की मांग करते हुए वॉकआउट भी कर दिया था।

इसके बाद अब भाजपा चुनाव में संदीप सिंह को लेकर कोई मुद्दा नहीं बनाएगी। महिलाओं को गलत संदेश देने से बचना चाहेगी पार्टी हरियाणा में करीब 1.20 करोड़ महिलाओं की आबादी है। पुरुषों के मुकाबले यह आधी आबादी है।

महिलाएं भी चुनाव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में पुरुषों का वोटिंग प्रतिशत 70.25 फीसदी रहा, जबकि महिलाओं का 69.55 फीसदी। दोनों के बीच सिर्फ 0.72 फीसदी का अंतर रहा। ऐसे में भाजपा संदीप सिंह को टिकट देकर आधी आबादी को गलत संदेश नहीं देना चाहेगी।

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