Haryana: INLD की मुश्किलें बढ़ीं, चुनाव आयोग ने दिया स्थायी चुनाव चिह्न छीनने का संकेत

Haryana: INLD का स्थायी चुनाव चिह्न छीनने की तैयारी में चुनाव आयोग
हरियाणा में पूर्व उपमुख्यमंत्री ताऊ देवीलाल की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) का स्थायी चुनाव चिह्न छीनने की तैयारी में चुनाव आयोग है। यह फैसला लगातार दो विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन और चुनाव आयोग के नियमों को पूरा नहीं करने के कारण लिया गया है।
चुनाव आयोग के नियमों की अनदेखी
चुनाव आयोग के अनुसार, किसी पार्टी को राष्ट्रीय दल का दर्जा हासिल करने के लिए 4 या उससे ज्यादा राज्यों में लोकसभा चुनाव या विधानसभा चुनाव लड़ना होता है। इसके साथ ही, इन चुनावों में उस पार्टी को कम से कम 6 प्रतिशत वोट हासिल करने होते हैं। लेकिन INLD ने यह शर्त पूरी नहीं की है।
JJP के लिए भी खतरा
वहीं, जननायक जनता पार्टी (JJP) के लिए भी खतरा है। अगर JJP 2029 के चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है, तो उसका भी चुनाव चिह्न छीना जा सकता है। JJP को अभी भी 2029 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने का मौका है।
परिवार में आपसी कलह का नतीजा
हरियाणा में INLD की स्थिति परिवार में आपसी कलह के कारण खराब हुई है। 2018 में अभय चौटाला के भाई अजय चौटाला ने अपने बेटों दुष्यंत और दिग्विजय के साथ पार्टी को अलविदा कह दिया था। इसके बाद जननायक जनता पार्टी (JJP) का गठन हुआ था।
चुनाव आयोग की कार्रवाई
चुनाव आयोग ने INLD को चुनाव चिह्न बचाने के लिए अंतिम मौका दिया था, लेकिन पार्टी ने यह मौका गंवा दिया। अब चुनाव आयोग की कार्रवाई की उम्मीद है। इसके साथ ही, JJP भी अपने चुनाव चिह्न को बचाने के लिए कड़ी मेहनत करेगी।