हरियाणा में कांग्रेस को झटका: सोनीपत के मेयर निखिल मदान ने दिया इस्तीफा, आज दिल्ली में भाजपा में होंगे शामिल
कांग्रेस के युवा नेता निखिल मदान ने वर्ष 2020 में राजनीति में कदम रखने के बाद नगर निगम के मेयर का चुनाव जीता और सोनीपत के पहले मेयर बने थे। उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता ललित बतरा को 13817 वोटों से हराया था। निखिल की यह जीत प्रदेश में चर्चा का विषय बनी थी।
करीब साढ़े तीन साल बाद अब निखिल का कांग्रेस से मोहभंग हो गया है और भाजपाई होने जा रहे हैं।
हालांकि, लंबे समय से निखिल मदान के भाजपा में जाने की चर्चा थी। वह हर बार इनको मात्र अफवाह कहकर टाल देते थे। बताया जा रहा है कि निखिल के भाजपा में शामिल होने की पटकथा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के केंद्र में मंत्री बनने के बाद से लिखी जाने लगी और इसे अब सिरे चढ़ाया जा रहा है
। एक दिन पहले ही भाजपा ने सोनीपत के राई विधायक मोहन लाल बड़ौली को प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया है।
टिकट के बढ़े दावेदारों के साथ पुराने नेताओं की चिंता बढ़ी
मेयर निखिल मदान को मजबूत पंजाबी चेहरा माना जाता है। उनके भाजपा में आने से भाजपा के पुराने नेताओं की चिंता बढ़ना लाजिमी है। मेयर चुनाव के दौरान प्रदेश में भाजपा सरकार होने के बावजूद कांग्रेस की टिकट पर लड़ते हुए निखिल ने जीत दर्ज की थी।
इनसे पहले भाजपा में पूर्व मंत्री कविता जैन, राजीव जैन, ललित बतरा, तरूण देवीदास, योगेश पाल अरोड़ा व डॉ. ओपी परूथी चुनाव की तैयारियों में लगे हैं और जनता के बीच पहुंच रहे हैं।