Farming: बवासीर के मरीजों के लिए रामबाण है ये सब्जी, किसान भी खेती करगें हो रहे है मालामाल
Jan 3, 2024, 10:49 IST

Farming: सूरन की इस खास प्रजाति की यही खासियत है.
टी.डी.कॉलेज, बलिया के कृषि एवं मृदा विभाग के अध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि हम 18 वर्षों से कृषि तकनीक और शिक्षा पर काम कर रहे हैं. सूरन जिसकी खेती परिसर में अनुसंधान हेतु की गई है। वह गजेन्द्र 01 प्रजाति की है। यह खाने के लिए बहुत अच्छी प्रजाति है. Also Read: Darmik: नेपाल में भगवान राम की ससुराल से 25 लोगों को मिला निमंत्रण, प्राण प्रतिष्ठा के दिन मनाई जाएगी होली-दिवाली Farming: इसे खाने से गले में खुजली की समस्या नहीं होती है। सूरन को बवासीर के रोगियों के लिए रामबाण औषधि भी कहा जाता है। 200 ग्राम के टुकड़ों को लगभग दो-दो फीट की दूरी पर 06 इंच की गहराई पर लगाया जा सकता है.Farming: किसानों के लिए फायदेमंद
Farming: यह 6 महीने की फसल है. हमने खेती में पाया कि एक सूरन का आकार लगभग साढ़े चार किलो होता है। इसमें किसी भी प्रकार के खाद्य उर्वरक का प्रयोग नहीं किया गया। एक हेक्टेयर से लगभग 300 से 400 क्विंटल सूरन का उत्पादन किया जा सकता है. Also Read: Trending: 18 वर्ष की लड़की ने 60 साल के शख्स को बनाया अपना बॉयफ्रेंड, शेयर की तस्वीरें इसमें बीज की भी ज्यादा जरूरत नहीं होती. एक हेक्टेयर के लिए लगभग 20 से 25 क्विंटल बीज पर्याप्त होते हैं. उनके शोध में पाया गया कि बिना खाद या उर्वरक के उपयोग के इसका उत्पादन बहुत अच्छा और प्राकृतिक था।