गूगल देसी बण्यो है, अवधी अर मारवाड़ी भाषा रो आनंद लेसी, ये 110 नवी भाषावां जुड़गी है

 गूगल एक दिग्गज टेक कंपनी है, लेकिन वह लोगों के दिलों में जितना हो सके देसी बने रहना चाहती है। यही वजह है कि गूगल ट्रांसलेट में वैश्विक स्तर पर 110 नई भाषाओं को जोड़ा गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा स्थानीय लोगों को गूगल ट्रांसलेट से जोड़ा जा सके। इस नए भाषा अपडेट के बाद गूगल ट्रांसलेट 243 भाषाओं में उपलब्ध हो गया है, जो अब तक 133 हुआ करती थी।
 
गूगल देसी बण्यो है, अवधी अर मारवाड़ी भाषा रो आनंद लेसी, ये 110 नवी भाषावां जुड़गी है
गूगल एक दिग्गज टेक कंपनी है, लेकिन वह लोगों के दिलों में जितना हो सके देसी बने रहना चाहती है। यही वजह है कि गूगल ट्रांसलेट में वैश्विक स्तर पर 110 नई भाषाओं को जोड़ा गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा स्थानीय लोगों को गूगल ट्रांसलेट से जोड़ा जा सके। इस नए भाषा अपडेट के बाद गूगल ट्रांसलेट 243 भाषाओं में उपलब्ध हो गया है, जो अब तक 133 हुआ करती थी।

अवधी और मारवाड़ी में कर सकेंगे अनुवाद

गूगल ट्रांसलेट में जोड़ी गई नई भाषाओं में अवधी और मारवाड़ी जैसी भारतीय क्षेत्र की भाषाएं शामिल हैं। साथ ही गूगल ने पंजाबी को भी नई भाषा के तौर पर शामिल किया है, जो पाकिस्तान में बोली जाती है। गूगल ने गूगल ट्रांसलेट जैसे गूगल फीचर को ज्यादा से ज्यादा भाषाओं तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। नवंबर 2022 में गूगल ने घोषणा की थी कि वह गूगल ट्रांसलेट और गूगल एआई मॉडल में करीब 110 नई भाषाएं जोड़ेगा, जो दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाती हैं। फिलहाल गूगल ट्रांसलेट के करीब 614 मिलियन यूजर हैं, जो दुनिया की आबादी का करीब 8 फीसदी है। 

स्थानीय भाषा का सपोर्ट मिलेगा
गूगल तेजी से अपने प्रोडक्ट को एडवांस बना रहा है। इसी कोशिश में गूगल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स को एडवांस बना रहा है। 18 जून को गूगल ने भारत में नया मोबाइल ऐप जेमिनी लॉन्च किया, जो 9 स्थानीय भाषाओं को सपोर्ट करता है। इसके अलावा मेटा ने भारत में मेटा एआई लॉन्च किया है। यह एक एआई असिस्टेंट है, जिसे जल्द ही वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम और मैसेंजर जैसे मेटा प्रोडक्ट्स में देखा जा सकता है।

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