Ambala: 45 घंटे बाद भी फ्रिजर में शव रखकर धरना जारी, परिवहन मंत्री की बैठक पर टिकी परिजनों की निगाहें

 
Ambala: 45 घंटे बाद भी फ्रिजर में शव रखकर धरना जारी, परिवहन मंत्री की बैठक पर टिकी परिजनों की निगाहें
Ambala:रोडवेज चालक राजबीर की हत्या में शामिल 3 आरोपी भी गिरफ्तार हो चुके हैं। छावनी के तोपखाना के रहने वालों के रूप में पहचान हुई है। फैमिली व यूनियन सोमवार को रात 8 बजे से बस स्टैंड परिसर में धरने पर बैठ गए। 5 बार की बैठक बेनतीजा रही। हरियाणा के अलावा पंजाब व हिमाचल यूनियन का भी समर्थन मिल रहा है। Also Read:जैविक तरीके से खेती कर किसान ने की मिसाल खड़ी, छोटे किसानों को हुआ बंपर लाभ प्रदेशभर में हरियाणा रोडवेज का चक्का जाम के बावजूद भी परिजन व यूनियन नेता अंबाला छावनी बस स्टैंड पर मृतक रोडवेज चालक राजबीर का शव फ्रिज में रखकर धरने पर बैठे हुए हैं। 45 घंटे बाद भी कोई धरना स्थल से उठने को तैयार नहीं है और अपनी मांगों पर डटे हुए है। हालांकि इस मामले को लेकर करीब 5 बार परिजनों, यूनियन नेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों को बैठक हो चुकी है लेकिन सभी बेनतीजा रही। ऐसे में अब आज शाम 5 बजे परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा से होने वाली बैठक पर सभी की निगाहें अटकी पड़ी है। Also Read:Fatehabad: सवारियों से भरी बस में लगी आग, यात्रियों की नकदी और सामान से भरे बैग जले इसमें कोई समाधान निकलता है तो चक्का जाम खत्म हो जाएगा, अगर कोई सहमति नहीं बनती है तो यात्रियों के लिए परेशानी ओर भी बढ़ सकती है। बता दें कि छावनी बस स्टैंड पर परिजन सोमवार रात करीब 8 बजे से ही परिजन शव फ्रीजर में रखकर धरने पर बैठे हुए है। यूनियन का समर्थन मिलने के बाद मंगलवार रात 12 बजे से भी प्रदेशभर में चक्का जाम हो गया था। ऐसे में दिनभर यात्रियों को प्राईवेट, पंजाब रोडवेज बस आदि का सहारा लेना पड़ रहा है।
चालक की हत्या करने वाले तीन आरोपी काबू, सिगरेट लेने उतरने पर हुई थी बहस उधर, पुलिस ने राजबीर की हत्या मामले में तीनों आरोपियों को काबू कर लिया है और वीरवार को उन्हें कोर्ट में पेश करने की बात कहीं जा रही है लेकिन पुलिस अधिकारिक पुष्टि नहीं कर रही है। बताया जाता है कि तीनों आरोपी डस्टर में सवार होकर बस स्टैंड के बाहर सिगरेट लेने के लिए आए थे। जबकि चालक राजबीर की बस स्टैंड के मुख्य गेट पर पार्किंग बूथ पर तैनात था। उसकी ड्यूटी यह थी कि वो बाहरी राज्यों से आने वाली बसों की सरकारी फीस लेता था। इतने में कार के आगे आने पर चालक को हटाने को लेकर बहस हो गई थी। देखते ही देखते बात इतनी बढ़ गई कि युवकों ने मारपीट शुरू कर दी। गंभीर रूप से घायल चालक ने चंडीगढ़ पीजीआई में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। जबकि परिजन अभी भी ड्राइवर राजबीर को शहीद का दर्जा, 50 लाख रुपये आश्रित को मुआवजा देने तथा परिवार के एक सदस्य को ग्रुप-सी में सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे हैं।
पंजाब, हिमाचल व राजस्थान रोडवेज ने भी दिया समर्थन, बोले: सुनवाई नहीं हुई तो देंगे साथ   हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान व सांझा मोर्चा सदस्य आजाद गिल ने बताया कि सीटीयू, पीआरटीसी और पंजाब रोडवेज, हिमाचल एचआरटीसी, राजस्थान रोडवेज की ओर से समर्थन दिया गया है। चेताया गया है कि परिवहन मंत्री के साथ बैठक में कोई सहमति नहीं बनती है तो वह भी हड़ताल का समर्थन करेंगे। आजाद गिल ने बताया कि अगर परिवहन मंत्री से बैठक बेनतीजा रही तो 16 नवंबर तक चक्का जाम जारी रहेगा। आगामी फैसला 16 नवंबर को ही लिया जाएगा। अंबाला से बैठक के लिए रवाना हुए सांझा मोर्चा के 20 सदस्य   हरियाणा सिविल सचिवालय सेक्टर-1 चंडीगढ़ में बैठक के लिए अंबाला से सांझा मोर्चा से जुड़ी यूनियनों से करीब 20 नेता रवाना हो गए है। इनमें सांझा मोर्चा से नेता आजाद सिंह गिल, नरेंद्र दिनोंद, विनोद शर्मा, सुमेर सिवाच, रमेश शोकंद सहित अन्य शामिल है। आजाद सिंह गिल ने बताया कि परिवार से कोई शामिल नहीं है। परिवहन मंत्री से उन्होंने वाली बैठक का जिम्मा परिजनों ने उन पर सौंपा है।

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