Free ration: केंद्र सरकार की ओर से गरीबों के लिए चलाई जा रही श्री अन्न योजना के तहत मोदी सरकार एक और तोहफा देने जा रही है। गरीबों को ये तोहफा फरवरी से मिलना शुरू हो जाएगा। विभागीय सूत्रों के अनुसार फरवरी से मिलने वाले गेहूं-चावल के साथ केंद्र सरकार एक और चीज फ्री में देगी।
श्री अन्न योजना के तहत केंद्र सरकार गरीबों को गेहूं-चावल के साथ मोटे अनाज के तौर पर बाजरा बांटेगी। ये बाजरा सरकारी राशन की दुकानों पर गेहूं-चावल के साथ बांटा जाएगा। इसमें अंत्यादेय कार्ड धारकों को पहले 21 किलो चावल और 14 किलो गेहूं मिलता था, इसके स्थान पर नौ किलो गेहूं और पांच किलो बाजारा दिया जाएगा। पहले प्रति यूनिट पर दो तीन चावल और दो किलो गेहूं दिया जाता था, लेकिन फरवरी में एक किलो गेहूं और एक किलो बाजारा दिया जाएगा। चावल प्रति यूनिट तीन किलो ही दिया जाएगा।
Free ration: मोटे अनाज को लेकर लोगों को जागरूक करेगी सरकार
गेहूं-चावल के साथ गरीबों को मोटा अनाज देना सरकार का बड़ा फैसला है। इस नई व्यवस्था के तहत कार्ड धारकों को मिलने वाले राशन पर चावल की मात्रा कम कर दी गई है और मोटे अनाज को उसकी जगह शामिल किया गया है। दरअसल सरकार खान-पान में मोटे अनाज को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। मोटे अनाज को लेकर सरकार अब लोगों को जागरूक करने की भी तैयारी कर रही है। सरकार इसके लिए जगह-जगह सरकारी कार्यक्रम भी आयोजित करेगी और लोगों को मोटे अनाज के फायदे भी बताएगी।
Free ration: डीएसओ नीरज सिंह ने कहा
बरेली के डीएसओ नीरज सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार की योजना के तहत गरीबों के लिए बांटे जा रहे गेहूं-चावल के साथ अब मोटा अनाज भी दिया जाएगा। मोटे अनाज में राशन कार्ड धारकों को बाजरा मिलेगा। उन्होंने बताया कि प्रति यूनिट एक किलो बाजरा दिया जाएगा। वहीं अंत्योदय कार्ड पर प्रति कार्ड पांच किलो बाजरा बांटा जाएगा। Also Read: white rot disease: सरसों में सफेद रोली रोग से निपटने के किसान तुरंत करें ये काम, लहलहा उठेगी फसल
Free ration: बाजरा बंटने का आदेश जारी
इसी तरह हरदोई, बदायूं और मिर्जापुर में भी बाजरा बंटने का आदेश आ गया है। यहां भी कार्ड धारकों को गेहूं-चावल के साथ बाजारा दिया जाएगा। हालांकि लखीमपुर खीरी में मोटा अनाज बांटे जाने को लेकर डीएसओ ने मना कर दिया है। उनका कहना है कि अभी उनके पास मोटा अनाज बांटने का कोई आदेश नहीं आया है। पीलीभीत डीएसओ ने बताया कि शहर में बाजरा बांटने की प्रक्रिया है, हालांकि अभी बाजरे की खरीद नहीं हुई है। बाजरा बांटने के लिए दूसरे जिले से खरीद की जाएगी।