गांव के युवक के शादी करने पर आहत परिजनों ने एक शोक संदेश छपवाया और अंत्येष्टि भोज का भी किया आयोजन

युवक को लेकर थाने आये
मामले की जांच कर रहे जांच अधिकारी लक्ष्मण सिंह ने बताया कि लड़की 10 मार्च 2024 को अपने घर से लापता हो गई थी, जिसके चलते उसके परिजनों ने अगले दिन 11 मार्च को थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसके बाद 14 अप्रैल को जीजा के समझाने पर लड़का लड़की को लेकर सायरा थाने पहुंचा.
बेटी सूरत लौट आई
लक्ष्मण सिंह ने कहा- लड़के और लड़की दोनों के माता-पिता को थाने बुलाया गया. जहां लड़की ने अपने माता-पिता को पहचानने से इनकार कर दिया. माता-पिता ने लड़की से कहा था कि वे उसकी शादी दूसरी जगह कर देंगे। इस पर लड़की ने उसी लड़के के साथ रहने की बात कही थी। लड़का और लड़की सूरत से यहां परीक्षा देने आए थे और वापस सूरत चले गए हैं। चूंकि दोनों बालिग हैं, इसलिए फिलहाल कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.
मुंडन कराया, मृत्यु भोज दिया
पिता के मुताबिक बेटी ने गांव के ही एक लड़के से अंतरजातीय विवाह किया था. इसके बाद जब बेटी ने हमें पहचानने से इनकार कर दिया तो वह हमारे लिए इस दुनिया में नहीं रही. बेटी की इस हरकत से पूरा परिवार टूट गया। ऐसे में हमने तय कर लिया कि हमारी बेटी हमारे लिए मर चुकी है.' अपने परिवार और गांव में अपनी बेटी को मृत घोषित कर दिया. उन्होंने शोक सन्देश छपवाये और अपने रिश्तेदारों, ग्राम समाज तथा पूरे क्षेत्र में वितरित किये। 22 मई को अपनी बेटी का अंतिम संस्कार किया. इसके साथ ही परिवार के लोगों ने सिर भी मुंडवा लिया.