Mustard oil prices:दिवाली तक सरसों तेल की कीमतें पहुंच सकती हैं नए शिखर पर

दिवाली तक सरसों तेल के दाम में इजाफा हो सकता है, क्योंकि इंडोनेशिया और मलेशिया ने पाम ऑयल के रेट में बढ़ोतरी की है और भारत सरकार ने खाद्य तेलों पर इंपोर्ट ड्यूटी भी बढ़ा दी है ¹. इससे सरसों का थोक दाम इसके न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से ज्यादा हो गया है, जो कि 5,650 रुपये प्रति क्विंटल है।
सरसों के दाम में बढ़ोतरी के कारण:
- इंडोनेशिया और मलेशिया में पाम ऑयल के रेट में बढ़ोतरी
- भारत सरकार द्वारा खाद्य तेलों पर इंपोर्ट ड्यूटी में बढ़ोतरी
- देश में सरसों की आवक में कमी
सरसों के तेल के दाम में बढ़ोतरी का असर:
सरसों के तेल के दाम में बढ़ोतरी से उपभोक्ताओं की चिंता बढ़ गई है, लेकिन किसानों को इसका फायदा हो सकता है। सरसों का थोक दाम अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग है, जैसे कि कर्नाटक में 8330 रुपये प्रति क्विंटल और राजस्थान में 6099 रुपये प्रति क्विंटल ¹।