मकान पर कब्जे के शक में बहन की हत्या: मां और छोटे भाई के साथ रहती थी पुश्तैनी मकान में, दो बार हो चुका था तलाक
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना प्रभारी नितिन दवे ने बताया- चौपासनी हाउसिंग के सेक्टर 21 में रहने वाले मोहनलाल की बेटी गुड्डी उर्फ चंद्रा सिंधी (47) की हत्या के मामले में बड़े भाई पुरुषोत्तम सिंधी (48) को गिरफ्तार किया है। उसने खुद थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। छोटे भाई जमनादास (40) की पत्नी हेमा ने मामला दर्ज कराया है। मामले की जांच जारी है। रविवार रात सेक्टर 21 में मौके पर परिजनों और पड़ोसियों से पूछताछ करती पुलिस।
तलाक के बाद छोटे भाई और मां के साथ रहती थी
पुलिस के मुताबिक गुड्डी अपनी मां और छोटे भाई जमनादास (40) और भाभी हेमा के साथ पैतृक मकान में रहती थी। जांच में पता चला कि गुड्डी की दो बार शादी हुई थी। लेकिन, दोनों बार उसका तलाक हो गया और वह अपनी मां और भाई के साथ पैतृक मकान में रहने आ गई।
झगड़े के बाद चाकू मारा
पुलिस के मुताबिक, आरोपी भाई पुरुषोत्तम शहर के चौबाहो इलाके के सेक्टर 9 में अपने परिवार के साथ अलग मकान में रह रहा था। रविवार शाम सवा सात बजे पुरुषोत्तम सेक्टर 21 स्थित घर आया। वहां उसकी मां और बहन गुड्डी से मुलाकात हुई।
जांच में पता चला कि गुड्डी से उसका पैसों और प्रॉपर्टी को लेकर विवाद था। गुस्से में आकर पुरुषोत्तम ने चाकू से बहन की गर्दन और शरीर पर वार कर दिया। गुड्डी ने बचाव का प्रयास किया तो पुरुषोत्तम का हाथ भी जख्मी हो गया। गुड्डी खून से लथपथ फर्श पर गिर पड़ी। घर में चीख-पुकार मच गई। गुड्डी को मरा समझकर पुरुषोत्तम घर से निकल गया। खून से सने हाथ और कपड़े पहनकर वह सीधा चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया।
उसने पुलिस को बताया कि वह बहन की हत्या करके आ रहा है। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। इसके बाद एडीसीपी (पश्चिम) निशांत भारद्वाज, चौहाबो थाना प्रभारी नितिन दवे और एसआई फगलूराम टीम के साथ मौके पर पहुंचे। गुड्डी खून से लथपथ हालत में फर्श पर पड़ी मिली। उसे तुरंत एमडीएम अस्पताल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान गुड्डी की मौत हो गई। देर रात एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए। देर रात एफएसएल टीम भी मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाए।
30 लाख की रकम और संपत्ति विवाद सामने आया
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पुरुषोत्तम को गुड्डी पर उसके पुश्तैनी मकान पर कब्जा करने का शक था। वह कहता था कि चौपासनी वाला मकान उसका है। तलाक के बाद गुड्डी अपनी मां और भाई के साथ मकान में रह रही थी, इस पर पुरुषोत्तम को आपत्ति थी। उसे लगता था कि गुड्डी उसके मकान पर कब्जा करना चाहती है। फिलहाल जांच में यह भी सामने आया है कि पुरुषोत्तम ने कुछ कारोबारियों को कारोबार के लिए 30 लाख रुपए भी दिए थे। जब पुरुषोत्तम उस पैसे को वापस मांगता तो गुड्डी उन्हें भड़काती और कहती कि पैसे वापस नहीं मिलेंगे।