दुनिया का सबसे बेशकीमती इत्र मृग की नाभि में छुपा खजाना

मृग नामक इस जानवर की नाभि में पाया जाने वाला इत्र दुनिया का सबसे बेशकीमती इत्र माना जाता है। इस इत्र का नाम है "मusk" या "कस्तूरी" है, जो कि एक ग्राम की कीमत लगभग 30 हजार रुपए है।
कस्तूरी एक दुर्लभ और महंगा इत्र है, जो कि मृग की नाभि में पाया जाता है। यह इत्र मृग के शरीर में एक विशेष ग्रंथि से निकलता है, जो कि उसकी नाभि के पास स्थित होती है।
कस्तूरी की विशेषता है इसकी अनोखी सुगंध, जो कि बहुत ही आकर्षक और मधुर होती है। इस इत्र का उपयोग परफ्यूम, सुगंधित तेल और अन्य सौंदर्य उत्पादों में किया जाता है।
कस्तूरी की कीमत इसकी दुर्लभता और उत्पादन की जटिलता के कारण बहुत अधिक है। मृग की नाभि से कस्तूरी निकालना एक जटिल और खतरनाक प्रक्रिया है, जिसमें मृग की जान भी जा सकती है।
कस्तूरी का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में भी किया जाता है, जहां इसका उपयोग दर्द निवारक और अन्य दवाओं में किया जाता है।
कस्तूरी की कुछ विशेषताएं:
- दुनिया का सबसे बेशकीमती इत्र
- एक ग्राम की कीमत लगभग 30 हजार रुपए
- मृग की नाभि में पाया जाता है
- अनोखी सुगंध
- परफ्यूम, सुगंधित तेल और अन्य सौंदर्य उत्पादों में उपयोग
- पारंपरिक चिकित्सा में दर्द निवारक और अन्य दवाओं में उपयोग