Weather News: उत्तर भारत में ठंड का कहर, शीतलहर अलर्ट जारी, जानें ताजा मौसम अपडेट

Aapni News, Weather Update: उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप अपने चरम पर पहुंच गया है। पहाड़ों पर जारी बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों तक महसूस किया जा रहा है। दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक शीतलहर की चेतावनी जारी की है, जिससे ठंड और बढ़ने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश और कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर तापमान शून्य से नीचे चला गया है, जबकि लाहौल-स्पीति और किन्नौर जैसे ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी जारी है।
जम्मू संभाग में इस साल ठंड ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। लेह और लद्दाख में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। यहां तापमान माइनस में चला गया है और जनजीवन प्रभावित हुआ है। हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में भी सर्दी ने अपने पैर पसार लिए हैं। कई इलाकों में न्यूनतम तापमान 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि उत्तर भारत के राज्यों में 15 दिसंबर तक शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा।
हिमाचल प्रदेश के हालात भी बेहद ठंडे हैं। राज्य के लाहौल-स्पीति, कुल्लू, किन्नौर, ऊना और बिलासपुर में तापमान माइनस में दर्ज किया गया है। मंगलवार रात ताबो में सबसे कम तापमान माइनस 10.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो इस सीजन का सबसे निचला स्तर है। वहीं सोलन और हमीरपुर जैसे क्षेत्रों में तापमान शून्य के करीब बना हुआ है। राज्य के अन्य इलाकों में यह तीन से चार डिग्री के बीच दर्ज किया गया। ठंड के चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है और लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं।
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में भी कोहरे का असर देखा जा रहा है। कोलकाता में घने कोहरे की वजह से हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा है, जबकि दृश्यता कम होने के कारण राज्यपाल सीवी आनंद बोस की यात्रा को भी रद्द करना पड़ा। उन्हें बीएसएफ के हेलिकॉप्टर से फरक्का जाना था, लेकिन खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका।
उत्तर भारत में लगातार गिरते तापमान, शीतलहर और कोहरे के कारण लोग परेशान हैं। मौसम विभाग ने सलाह दी है कि लोग खुद को ठंड से बचाने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतें। ऊनी कपड़ों का इस्तेमाल करें और अनावश्यक बाहर निकलने से बचें। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी ने पर्यटन के लिहाज से सुंदरता जरूर बढ़ा दी है, लेकिन सड़कों पर जमी बर्फ से परिवहन और अन्य सुविधाओं पर गहरा असर पड़ा है।