RajNiti: डॉक्टर मोहन यादव ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. कुछ ही घंटों में छत्तीसगढ़ को भी विष्णुदेव साय के रूप में नये मुख्यमंत्री मिल जायेंगे। राजस्थान में भी भजन शर्मालाल के रूप में मुख्यमंत्री पद के लिए नाम तय हो गया है। RajNiti: तीन ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शिवराज सिंह चौहान, डॉक्टर रमन सिंह और वसुन्धरा राजे जैसे कद्दावर नेताओं को मुख्यमंत्री पद के लिए नए राहुल गांधी का दर्जा दिया है। डॉक्टर रमन सिंह छत्तीसगढ़ विधानसभा के अगले कलाकार होंगे। बीजेपी ने रमन को राइट-बैक सेट कर दिया है लेकिन महाराजगंज और वसुन्धरा का क्या होगा? महाराजगंज और वसुन्धरा कहाँ स्थापित होंगे? Also Read:
PM Awas Yojana: मकान पात्रों की लिस्ट हुई जारी, यहां से करें अपना नाम चैक RajNiti: इन दोनों को इलेक्शन स्पीकर की पोस्ट तो नहीं मिली, ऐसे में सरकार में एडजस्ट किया जाएगा या पॉलिटिक्स सेंट्रल में बड़ा रोल दिया जाएगा, इसे लेकर भी स्टॉक्स का बाजार गर्म है। साल 2018 के चुनाव में जब बीजेपी ने हिंदी पार्टी के इन राज्यों में राज्य के बाद सत्ता को सामने रखा था, तब पार्टी ने शिवराज सिंह चौहान, डॉक्टर रमन सिंह और वसुन्धरा राजे को राष्ट्रीय संगठन में उपाध्यक्ष बनाया था।
vv RajNiti: वसुन्धरा राजे अभी भी यह पद पर बनी हुई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि वसुन्धरा को लोकसभा चुनाव तक राष्ट्रीय संगठन में उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है लेकिन समाजवादी पार्टी को लेकर इस पर सहमति बनी हुई है। RajNiti: शिवराज सिंह चौहान ये साफा कह रहे हैं, बार-बार कह रहे हैं कि मैं दिल्ली नहीं गया। राष्ट्रीय इसे संगठन में फिर से उपाध्यक्ष पद या फिर किसी और जिम्मेदारी के लिए शिवराज की अनिच्छा से भी शामिल होते देखा जा रहा है। Also Read:
Haryana News: हरियाणा सरकार महिलाओं के लिए खोलेगी क्रैच केंद्र, मिलेगा रोजगार RajNiti: 2024 के आम चुनावों में बीजेपी की किसी भी सीट से महागठबंधन या पार्टी प्रदेश-राष्ट्रीय संगठन में कोई ओहदा डेक एडजस्ट कंपनी, ये तो वक्ता ही बताएगा। लेकिन, पुराने उदाहरणों के जरिए भी ये इशारे की कोशिशें की जा रही हैं कि सीएम पद से उद्योग के बाद बीजेपी के नेता कहां गए?
उमा भारती
RajNiti: 1- उमा भारती
RajNiti: मध्य प्रदेश में भाजपा ने वर्ष 2003 के विधानसभा चुनाव में उमा भारती के नेतृत्व में लड़ाई लड़ी। भाजपा को पूर्ण बहुमत के साथ सरकार का नामांकन मिला और उमा भारती सेंचुरी की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं। हालाँकि, वह आठ महीने पहले ही इस पद पर रह रहे थे और एक मामले में कर्नाटक की अदालत से आपराधिक वारंट जारी करने के बाद सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। Also Read:
किसानों के लिए खुशखबरी, सौर ऊर्जा पंपों पर 75% सब्सिडी मिलेगी… RajNiti: उमा भारती इसके बाद यूपी से भी भाजपा के टिकटें विधानसभा पर। वह केंद्र की मोदी सरकार में भी मंत्री रहे. बीच में बीजेपी से बगावत कर उमा भारती ने अपनी पार्टी भी बनाई जिसके बाद बीजेपी में विलय कर दिया था। ओबीसी, उमा भारती बीजेपी में हाशिया पर चल रही हैं।
भगत सिंह कोश्यारी
RajNiti: 2- भगत सिंह कोश्यारी
RajNiti: भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के दूसरे मुख्यमंत्री थे। वर्ष 2002 के उत्तराखंड चुनाव में बीजेपी की हार के बाद वह विधानसभा में नामांकन के नेता रहे। भगत सिंह कोश्यारी सीएम पद से 2007 से 2009 तक उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष, 2008 से 2014 तक उत्तराखंड से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष रहे और 2014 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी सीट से सांसद भी रहे।
Also Read: Mandi Bhav 13 December 2023: मंडियों में आज इन फसलों के भाव में आई कटौती, जानें हर फसल के ताजा भाव RajNiti: साल 2019 के चुनाव में बीजेपी ने टिकटें नहीं दीं. बाद में भगत सिंह कोश्यारी महाराष्ट्र के राज्यपाल भी रहे। महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से पेट्रोलियम के बाद वह राजनीति सक्रिय से दूर हैं।
RajNiti: 3- भुवनचंद्र खंडूरी
मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) भुवनचंद्र खंडूरी 2007 से फिर 2009 और 2011 से 2012, दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उत्तराखंड के सीएम पद से इन्सुलेशन के बाद खंड सदस्य भी रह रहे हैं। अल्ट्रासाउंड, भुवनचंद्र खंडूरी नेपथ्य में हैं।
रमेश पोखरियाल निशंक
RajNiti: 4- रमेश पोखरियाल निशंक
RajNiti: रमेश पोखरियाल निशंक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हैं। उत्तराखंड के सीएम पद से पर्यावरण के बाद निशंक केंद्र की नियुक्ति में सक्रिय हैं। रमेश पोखरियाल निशंक केंद्र सरकार में कई अहम मंत्रालय के अध्यक्ष हैं। अविश्वासी, वह अल्पसंख्यक हैं। Also Read:
Jammu News: पाकिस्तान सीमा पर तारबंदी से आगे चले किसानों के ट्रैक्टर, BSF की मदद से किसानों ने की सेंकड़ों एकड़ जमीन पर बिजाई RajNiti: 4- बसंत सिंह रावत
RajNiti: बसंत सिंह रावत 2017 से 2021 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे। उत्तराखंड चुनाव से करीब एक साल पहले बीजेपी ने सेंचुरी में सीएम को बदला था और अटल सीएम से लेकर पूर्व सीएम तक बने थे. केंद्र सरकार की ओर से पूरे नौ साल में भाजपा की ओर से महासंपर्क अभियान चलाकर अमाजोल, बलिया, मंडला, बांसगांव और सलेमपुर विधानसभा क्षेत्र को जिम्मेदारी सौंपी गई।
तीरथ सिंह रावत
RajNiti: 5- तीरथ सिंह रावत
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से पद छोड़ने के बाद तीरथ सिंह रावत सेंचुरी के अगले सीएम बने थे. साल 2021 में उत्तराखंड की सत्ता के शीर्ष पर तीरथ सिंह रावत कुछ ही महीने पहले इस पद पर रहे। वह बने रहे उत्तराखंड के सीएम और बने रहे समाजवादी पार्टी के सदस्य.
Also Read: Agricultural Machinery Subsidy: 50% सब्सिडी पर मिल रही कंबाइन हार्वेस्टर, यहां करें आवेदन RajNiti: 6- रघुबर दास
RajNiti: रघुबर दास 2014 से 2019 तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे। चुनाव में बीजेपी हार गई और सेंचुरी में सरकार का स्टॉक झारखंड लिबरेशन मोर्चा (एसईसीएम) को मिला। विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार के बाद रघुबर दास को सीएम की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी. इसके बाद भी रघुबर एक्टिविस्ट पॉलिटिक्स में एक्टिविस्ट थे। चतुर्थांश, रघुबर दास एक्टिव पॉलिटिक्स से दूर एक संवैधानिक पद पर हैं। पिछले दिनों रघुबर दास को ओडिशा का राज्यपाल बनाया गया था।
आनंदीबेन पटेल
RajNiti: 7- आनंदीबेन पटेल
नरेंद्र मोदी को भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था। भाजपा की जीत के बाद नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने और गुजरात में सरकार की कमान आनंदीबेन पटेल को सौंपी गई। आनंदीबेन बस इसी समय इस पद पर रहीं। आनंदी बेन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल हैं।
RajNiti: 8- विजय रुपाणी
RajNiti: विजय रुपाणी 2016 से 2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे। सीएम पद से उद्योग के बाद विजय रूपानी संगठन सक्रिय हो गए। विजय रुपाणी पंजाब और चंडीगढ़ के प्रभारी हैं।
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RajNiti: सर्बानंद सोनोवाल 2016 से 2021 तक असम के मुख्यमंत्री रहे। असम में 2021 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने लगातार दूसरी बार सरकार बनाई लेकिन सर्बानंद सोनोवाल की जगह हिमंता बिस्वा सरमा सीएम बने रहे। सीएम पद से हिंदुत्व के बाद सोनोवाल दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हैं। सोनोवाल इस समय केंद्र सरकार में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री हैं।
10- बिप्लव कुमार देब
RajNiti: बिप्लब कुमार देब 2018 से 2022 तक त्रिपुरा के मुख्यमंत्री रहे। बिप्लब को चार साल बाद ही सीएम पद से हटना पड़ा था। बिप्लब कुमार देब सत्यनारायण राय से बीजेपी के साझीदारी सदस्य हैं।
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RajNiti: 11- बीएस येदियुरप्पा
RajNiti: बीएस येदियुरप्पा का नाम दक्षिण भारत के किसी भी राज्य में बीजेपी के पहले सीएम का गौरव है। वह चार बार कर्नाटक के सीएम रहे। 2021 में बीजेपी ने अपनी जगह बसवराज बोम्मई को सीएम बनाया था. येदियुरप्पा एनालॉग बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य हैं।